भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (MP CM Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि अगले साल फरवरी तक देश में चीता टूरिज्म की शुरुआत हो सकती है. उन्होंने कहा कि जनवरी में दो बड़े इवेंट होने वाले हैं. इसमें 'प्रवासी भारतीय दिवस' और 'ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट' शामिल है. उन्होंने कहा कि ये दोनों इवेंट 'ब्रांड मध्य प्रदेश' में एक अलग अध्याय जोड़ेगे. अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चीतों को लेकर यहां बहुत उत्साह है. चीतों की सेहत अच्छी है. मुख्यमंत्री ने बताया कि विदेश से लाए गए चीतों ने खुद को भारतीय जलवायु की परिस्थितियों में खुद को अच्छी तरह से ढाल लिया है.
कैसी है नामीबिया से लाए गए चीतों की सेहत
शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि चीतों ने अब शिकार करना भी शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि अगर सबकुछ सही रहा तो चीता टूरिज्म की शुरूआत फरवरी तक हो जाएगी. उन्होंने कहा कि हमारी तैयारियां चालू हैं. पिछले 75 सालों में ऐसा पहली बार होगा जब देश के जंगलों में चीते दिखेंगे. इन चीतों को नमीबिया से 17 सितंबर को लाकर कूनो नेशनल पार्क में रखा गया है.
अगले साल जनवरी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समित में 68 देश भाग लेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि चीता प्रोजेक्ट से कूनो के चारों ओर विकास में अहम भूमिका निभाएगा. उन्होंने स्थानीय लोगों को इस विकास में शामिल करने के लिए एक योजना की भी चर्चा की.
पर्यटकों की सुविधा के लिए
उन्होंने कहा कि पर्यटक सहरिया आदिवासी लोगों के घरों में ठहर सकेंगें. इस दौरान वो इन लोगों की जीवनशैली और उनका रहन-सहन के बारे में जान सकेंगे. सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि एनआरआई समिट को लेकर भी लोगों में खूब उत्साह है,इंदौर के लोग मेहमानों के लिए अपना घर खोल रहे हैं. आपको बता दें कि इंदौर में 11-12 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन किया गया है.
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और एनआरआई समिट को लेकर मध्य प्रदेश सरकार को काफी उम्मीदें हैं. इन दोनों आयोजनों के जरिए सरकार न केवल अपनी टूरिज्म की ताकत को दिखाना चाहती है बल्कि इसके माध्यम से राज्य में निवेश को भी आकर्षित करना चाह रही है.मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश देश का सबसे इंडस्ट्री फ्रेंडली राज्य है,यहां जमीन सस्ती है और मानव संसाधन भी आसानी से उपलब्ध है. मध्य प्रदेश की बिजला व्यवस्था पर भी सीएम शिवराज ने कहा कि यहां लोगों को 24 घंटे बिजली मिल रही है. पानी भी आसानी से मिल जाता है.
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