MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस में बयानबाजी तेज हो गई है. छिंदवाड़ा में कमलनाथ द्वारा बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा कराने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि जो लोग राम का नाम लेने से बचते थे, वे अब उनकी कथा करा रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने विपक्षी महागठबंधन पर तंज कसा.
'जो राम का नाम नहीं लेते थे वो कथाएं करा रहे हैं'
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा, "जो लोग राम का नाम लेने से परहेज करते थे, वे अब कथाएं करा रहे हैं. कांग्रेस में ही अंतरद्वंद्व मचा हुआ है. कमलनाथ सोच रहे हैं कि किधर जाएं. कमलनाथ के सीएम चेहरा बनने पर सवाल उठ रहे हैं, उनके नेता बनने पर सवाल उठ रहे हैं."
'एक दूसरे को कोसते हैं विपक्षी दल'
वहीं सीएम शिवराज ने विपक्षी गठबंधन पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि विपक्षियों को मालूम नहीं है कि जनता इनपर एकदम भरोसा नहीं करती. महागठबंधन वाले इस दल में सभी एक दूसरे को पानी पी-पीकर कोसते हैं और साथ मिलने का नाटक कर पीएम मोदी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दे रहे हैं.
18 सालों के कामों का दिया जवाब
यही नहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस द्वारा 18 सालों का हिसाब मांगने पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा, "कमलनाथ रोज यह कहते हैं कि 18 साल का हिसाब दो. तो आज 18 साल का हिसाब मांगने वाले सुन लें. साल 2003 तक एमपी बीमारू राज्य था. प्रति व्यक्ति आय 11 हजार रुपया था. आज बढ़कर 1 लाख 40 हजार रुपये हो गई है."
'कांग्रेस राज में गड्ढों में सड़कें ढूंढती थी जनता'
सीएम शिवराज ने आगे कहा, 'जब कांग्रेस की सरकार थी, तो जनता गड्ढों में सड़कें ढूंढती थी, कमलनाथ चाहें तो अपने सहयोगी दिग्विजय सिंह से पूछ लें. सिर्फ 61 हजार किमी टूटी फूटी सड़कें थीं. आज अगर ग्रामीण सड़कों को भी मिला लिया जाए तो 5 लाख 11 हजार किलोमीटर से ज्यादा शानदार सड़कें तैयार हैं."
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