Bhopal News: अवैध कालोनाईजरों को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दी जेल भेजने की चेतावनी,सिहोर में फल-फूल रहा है धंधा
MP News: CM शिवराज के जिले सीहोर में अवैध कालोनाईजरों का बोलबाला है. तीन साल पहले कलेक्टर कवींद्र कियावत के निर्देश पर दो दर्जन से अधिक अवैध कालोनाईजरों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
भोपाल: अब तक सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों पर सख्त नजर आ रहे प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का रुख अब प्रदेश के अवैध कालोनाईजरों की तरफ मुड़ गया है.सोमवार को राजधानी भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अवैध कालोनाईजरों के खिलाफ बोला कि अवैध कालोनी बनाने वालों को जेल भेजा जाएगा.
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राजधानी भोपाल में आयोजित नगर निगम माहापौर नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्ष और पार्षदों के विशेष सम्मेलन के आयोजन में शामिल होने के लिए गए थे.इस कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जनप्रतिनिधियों को सौगात दी तो वहीं अवैध कालोनाईजरों पर सख्ती दिखाई.कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लोग अपने जीवन में मेहनत की गाड़ी कमाई से अपने सपनों का घर खरीदते हैं.लेकिन अवैध कालोनाईजर उनके सपनों को चकनाचूर कर देते हैं. अब ऐसे अवैध कालोनाईजरों को छोड़ा नहीं जाएगा.
सीएम के जिले में अवैध कालोनाईजरों का बोलबला
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जिले सीहोर में भी अवैध कालोनाईजरों का बोलबाला है. सीहोर जिला मुख्यालय पर ही बीते तीन साल पहले तत्कालीन कलेक्टर कवींद्र कियावत के दिशा निर्देशों के बाद दो दर्जन से अधिक अवैध कालोनाईजरों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी.इधर आष्टा विधानसभा में भी अभी महीने पहले ही दो दर्जन अवैध कालोनाईजरों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज की गई, जबकि कुछ और अवैध कालोनाईजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होना बाकी है.
सीएम के क्षेत्र में रहवासियों का धरना
बीते महीने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा बुदनी के रेहटी में रहवासियों ने अवैध कालोनाईजर के खिलाफ धरना देकर प्रदर्शन किया था. कालोनी के रहवासियों ने बताया कि था कि कालोनाईजर ने उन्हें बेहतर सुविधाएं देने का वादा किया था.लेकिन प्लॉट मकान बिकने के बाद कालोनाईजर अपने वादों से मुकर गया.कालोनी में सडक़, नाली, स्ट्रीट लाईट जैसी अन्य समस्याएं रहवासियों को देने की बात बताई थी, लेकिन दी नहीं.