MP News: महंगाई पर कमलनाथ का निशाना, कहा- पीएम और सीएम को इससे कोई लेना-देना नहीं
महंगाई के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की अगुवाई में काग्रेंस पार्टी ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया. कमलनाथ सहित अनेक नेताओं ने गैस की खाली टंकी और बाइक पर फूल माला चढ़ाई.
MP News: महंगाई के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष कमलनाथ (Kamalnath) की अगुवाई में काग्रेंस पार्टी ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया. कमलनाथ सहित अनेक नेताओं ने गैस की खाली टंकी और बाइक पर फूल माला चढ़ाई. इसके बाद ढोल मंजीरे थाली बजाकर 'महंगाई डायन खाए जात है' गाते हुए विरोध किया.
क्या बोले कमलनाथ
इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि पूरा देश महंगाई से परेशान है लेकिन पीएम मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान को इससे कोई लेना-देना नहीं है. सच्चाई है कि जितनी पीएम मोदी की दाढ़ी बढ़ती है उतना पेट्रोल-डीजल का भाव बढ़ता है. कमलनाथ बोले पीएम से कहना चाहता हूं दाढ़ी बढाना थोड़ा कम कर दीजिए, ताकि जनता को महंगाई से राहत मिल सके. यह आदोलन कांग्रेस के महंगाई के खिलाफ देशव्यापी आव्हान पर हुआ. यहीं नहीं कमलनाथ ने कहा, "मध्य प्रदेश में शराब सस्ती और दूध-पेट्रोल महंगा हो रहा है. सीएम शिवराज सिंह महंगाई के खिलाफ कांग्रेस सरकार के समय मंत्रालय साइकिल से जाने की बात करते थे. अब वे कब साइकिल से मंत्रालय जाएंगें. शिवराज ने झूठ और आश्वासन की फैक्ट्री खोल रखी है.
दो पद पर रहने पर क्या बोले
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में पूर्व सीएम कमलनाथ दो पद पर बने हुए हैं. पहला नेता प्रतिपक्ष और दूसरा प्रदेश अध्यक्ष के पद पर हैं. इसको लेकर उसके प्रश्न किया गया. जिसपर कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मैं किसी पद पर रहने का इच्छुक नहीं हूं. मैं दिल्ली में ही संतुष्ट था. जैसा फैसला होगा ठीक है. मैं 2018 में अध्यक्ष बनने का इच्छुक नहीं था. दिल्ली में संतुष्ट था. लेकिन एक मई 2018 से यहां शिफ्ट हुआ, अब दो साल से नेता प्रतिपक्ष हूं. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया बड़ी चुनौती है या नहीं, यह जनता डिसाइड करेगी. जनता ने तो गुना में तय कर लिया था.
कमलनाथ पर पटलवार
कमलनाथ के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पराशर ने कहा कि अब तो कहेंगे ही कि किसी पद पर नहीं रहना. अब इज्जत बचाने के लिए ऐसा कह रहे हैं. नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली. पूरी कांग्रेस को बर्बाद कर दिया. युवाओं को कुंठित कर दिया. अब समझ में आ रहा है कि कुछ नहीं हो सकता. या फिर ऊपर से दवाब है. इज्जत बचाने के लिए अब ऐसा कह रहे हैं. दिल्ली ही जाना था, तो यहां क्यों आए हैं. कांग्रेस का सिर फुटव्वल अब सड़कों पर है.
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