Sehore News: प्रदेश भर में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर संविदा कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं. संविदा कर्मियों के प्रदर्शन को आठ दिन हो चुके हैं. देश भर में कोरोना (Corona) के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदर्शन के सातवें दिन संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने पीपीई किट (PPE Kit) पहन कर शहर की सड़को पर निकले. यह किट देखकर शहरवासियों को दोबारा कोरोना के भयावह जिनों की याद आ गई.
बता दें कि संविदा स्वास्थय कर्मचारी संघ की हड़ताल के आठ दिन हो गए हैं. प्रदर्शन के सातवें दिन सीहोर जिले के संविदा स्वस्थ्य कर्मियों ने पीपीई किट पहनकर सड़कों पर प्रदर्शन किया. जिले के 950 संविदा स्वस्थ्य कर्मी और प्रदेश के 32 हजार संविदा स्वस्थ्य कर्मी इन दिनों अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. उनका कहना है कोविड के समय उन्होंने अपनी जान जोखिम मे डालकर नौकरी की, उनके कई संविदा साथी काम करते हुए काल के गाल में समा गए आज उनकी नौकरी खतरे में है.
स्वास्थ्य मंत्री से बातचीत बेनतीजा
इधर संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के राज्य प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यों ने स्वास्थ्य मंत्री डाक्टर प्रभुराम चौधरी और अपर मुख्य सचिव मोहमद सुलेमान से बातचीत की, उनकी यह बातचीत बेनतीजा रही. इस दौरान मंत्री चौधरी और सीएस सुलेमान ने कर्मचारियों से काम पर लौटने का अनुरोध किया, जिसे बगैर नियमतीकरण के आदेश के काम पर लौटने से राज्य प्रतिनिधि मण्डल ने साफ मना कर दिया. इसी कड़ी में कर्मियों की मुलाकात स्वास्थ्य आयुक्त डाक्टर सुदाम खाड़े से मुलाकात हुई मगर यह चर्चा भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची.
संविदा स्वास्थ्यकर्मियों के हड़ताल का ये है आंकड़ा
संविदा स्वास्थ्य संगठन के जिलाध्यक्ष अम्बर मालवीय के अनुसार सीहोर जिले में प्रदेश संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के आह्वान और मार्गदर्शन में सीहोर जिले के संविदा एएनएम, लेब टेक्नेशियन, आरबीएसके दल, डाटा मैनेजर, डाटा इंट्री आपरेटर, जिला मीडिया सालाहकर, आईडीएसपी यूनिट हड़ताल पर है. बता दें कि प्रदेश के 32 हजार और सीहोर जिले के 950 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 15 दिसम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है.
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