Madhya Pradesh Crime News: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) लगातार कानून व्यवस्थाओं को लेकर मध्य प्रदेश के जिले भर के एसपी कलेक्टर सहित तमाम अफसरों के साथ सुबह 6:00 बजे से मॉनिटरिंग करते हैं. लेकिन उनके ही गृह जिले सीहोर (Sihor) के श्यामपुर (Shyampur) थाने के थाना प्रभारी अर्जुन जयसवाल को देर रात में लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा है . खास बात यह है कि सीहोर जिले के श्यामपुर थाने का एक दिन पहले डीजीपी सुधीर सक्सेना ने निरीक्षण किया था. उस थाने का थाना प्रभारी अर्जुन जायसवाल और होमगार्ड सैनिक अजय मेवाड़ा 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए हैं. 


रिपोर्ट दर्ज करने के लिए मांगे थे 25 हजार रूपए 


रिश्वत की यह राशि एक फरियादी से बोलेरो चोरी की रिपोर्ट लिखने के मामले में ली गई है. यह कार्रवाई लोकायुक्त पुलिस संगठन की भोपाल इकाई ने भागीरथ जाटव की शिकायत पर की है. जाटव सीहोर जिले के रहने वाले हैं और उनकी बोलेरो चोरी हो गई है .उसकी शिकायत उन्होंने श्यामपुर थाने में की थी. थाना प्रभारी और उनकी टीम ने रिपोर्ट दर्ज नहीं किया और जाटव को धमकाकर कहा कि आप झूठ बोल रहे हो. बाद में कहा कि प्रकरण दर्ज करने के लिए 25 हजार रुपए देने होंगे. 


लोकायुक्त संगठन पुलिस से की शिकायत 


कई दिनों तक भटकने के बाद जाटव ने इसकी शिकायत लोकायुक्त संगठन पुलिस से की. लोकायुक्त संगठन पुलिस ने घेरा बंदी करके आरोपी को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार की देर रात श्यामपुर थाने गई. थाना प्रभारी जायसवाल और होमगार्ड सैनिक अजय मेवाड़ा उस समय बैरक में मौजूद थे. जायसवाल से जाटव ने मुलाकात की तो उन्होंने राशि मेवाड़ा के पास रखवाने को कहा. मेवाड़ा ने राशि रखवा ली और थोड़ी देर बाद थाना प्रभारी ने नोट उठाकर अपने पास रख लिए. थाना प्रभारी और मेवाड़ा आपस में मिल गए. उसी दौरान लोकायुक्त की टीम ने दोनों पुलिसकर्मियों को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया.


भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज


भोपाल लोकायुक्त एसपी मनु व्यास का कहना है फरियादी जाटव द्वारा शिकायत की गई थी. कि लगातार थाना प्रभारी के द्वारा रिपोर्ट लिखने के लिए मुझसे रिश्वत मांगा जा रहा है. लिखित शिकायत के बाद तत्काल लोकायुक्त ने एक टीम बनाकर श्यामपुर भेजा गया. टीम ने रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए थाना प्रभारी अर्जुन जयसवाल को पकड़ लिया. जांच एजेंस भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाई की जा रही है.


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