Madhya Pradesh Dalit Family: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के गुना (Guna) जिले में जातिगत भेदभाव का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक दलित व्यक्ति को मौत (Death) के बाद भी दबंगो के कारण अंतिम संस्कार (Funeral) के लिए सम्मान नहीं मिला. जिला मुख्यालय से 62 किलोमीटर दूर कुंभराज थाना क्षेत्र के चांदपुरा गांव में कुछ लोगों ने दलित परिवार को मृतक के शव (Dead Body) का अंतिम संस्कार श्मशान घाट में बने चबूतरे पर करने से रोक दिया.
पुलिस ने 3 लोगों को किया गिरफ्तार
दबंगों को काफी समझाया गया लेकिन वो नहीं माने. जिसके बाद परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार श्मशान में बने टिन शेड की जगह खुले मैदान में किया गया. मामला दर्ज होने के बाद विवाद में शामिल 3 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. घटना का वीडियो सोशल (Social Media) मीडिया में वायरल होने के बाद मामले का खुलासा हुआ. वायरल वीडियो में एक व्यक्ति कह रहा है कि दलित परिवार को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट में बने चबूचरे का उपयोग करने की अनुमति नहीं है.
आरोपियों को भेजा गया जेल
पुलिस ने बताया कि चांदपुरा गांव में रहने वाले कन्हैया अहिरवार (70) की शुक्रवार को मौत हो गई थी. जिसकी शव यात्रा लेकर अंतिम संस्कार करने परिजन श्मशान घाट पहुंचे थे. लेकिन गांव के 3 लोगों ने कथित तौर पर परिजनों को श्मशान घाट में बने चबूतरे का इस्तेमाल करने से रोक दिया. श्मशान घाट में बने चबूतरे के पास भूमि पर मृतक के शव का अंतिम संस्कार किया गया. मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने बाद में नारायण सिंह मीणा, रामभरोसे मीणा और दिलीप मीणा को गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया. आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है.
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