MP: 'गरीबों के लिए 4 घंटे और अमीरों के लिए 4 महीने'..., 2000 के नोट बंद करने को लेकर केंद्र पर बरसे दिग्विजय सिंह
MP News: 2000 के नोट बंद करने के निर्णय पर दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि 2016 की नोटबंदी में गरीबों को 4 घंटे का वक्त मिला था और अब 2000 के नोट के लिए 4 महीने का वक्त दिया गया है.
2000 Notes Ban: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने 2000 के नोट बंद करने के निर्णय को लेकर कई सवाल उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने अमीरों को फायदा पहुंचाने के लिए नोट बदलने का 4 महीने का वक्त दिया है जबकि गरीबों को पुरानी नोटबंदी में 4 घंटे का समय दिया गया था.
मध्यप्रदेश में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव है. ऐसे में विपक्ष एक भी मुद्दा छोड़ना नहीं चाहता है. अब नोटबंदी के निर्णय को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सवाल खड़े किए हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा है कि 2000 का नोट अमीरों के पास होता है. यह नोट गरीब लोग नहीं रखते हैं, इसी वजह से नोटबंदी को लेकर सरकार ने 4 महीनों का समय दिया है.
गरीबों के लिए 4 घंटे और अमीरों के लिए 4 महीने
दूसरी तरफ सितंबर 2016 में जब नोटबंदी की गई थी उस समय सरकार की ओर से 500 और 1000 के नोट बंद किए गए थे. इस दौरान सरकार ने केवल 4 घंटे का समय दिया था. गरीबों को बैंकों में लंबी-लंबी कतारों के माध्यम से खड़े होना पड़ा. दूसरी तरफ अमीरों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने 2000 के नोट बदलने के लिए 4 महीने का समय तय किया है. इस पूरे मुद्दे को लेकर दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर भी अपनी आवाज को बुलंद किया है.
नोटबंदी को लेकर सवाल उठाते रहे है
नोटबंदी के खिलाफ दिग्विजय सिंह का यह कोई पहला बयान नहीं है. पूर्व में भी समय-समय पर दिग्विजय सिंह ने नोटबंदी को लेकर सवाल उठाए हैं. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने नोटबंदी की वजह से महंगाई बढ़ने और देश का भला नहीं होने की बात कही थी. इसके बाद उन्होंने सरकार के आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कदम को लेकर भी निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि नोटबंदी के बाद आतंकवादी हमले कम नहीं हुए बल्कि बढ़ गए हैं. दिग्विजय सिंह देश में शहीद हुए जवानों को लेकर आंकड़े भी मीडिया के सामने रखे थे.
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