MP News: मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश से आया नदियों में उफान, कई नदियां उफान पर, खोले गए कई बांधों के गेट
MP News: ताप्ती, नर्मदा, चंबल और शिप्रा नदी उफान पर हैं. अधिक जल होने के कारण बांधों के गेट को अलग-अलग संख्या में खोला गया है. रविवार को सीहोर के कोलार डैम के 4 गेट खोले गए.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में इंद्र देवता की कृपा इस बार जमकर बरस रही है. इस बार प्रदेश में मानसून कुछ लेट पहुंचा था, लेकिन जबसे मानसून मध्य प्रदेश में पहुंचा है तबसे लेकर अब तक प्रदेश के अंदर औसतन 17 इंच के आसपास बारिश हो चुकी है. यह इन दिनों होने वाली बारिश की तुलना में अधिक है. इसके चलते मध्य प्रदेश की सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं. नदियों पर स्थित महत्वपूर्ण बांधों के गेट खोले जा रहे हैं.
इन डैम के खोले गए गेट
प्रदेश में तवा नदी पर स्थित तवा डैम, खंडवा में स्थित इंदिरा सागर बांध, ओमकारेश्वर बांध, मंदसौर में स्थित गांधी सागर बांध, ग्वालियर के तिघरा डैम, अशोकनगर के राजघाट डैम, विदिशा के संजय सागर डैम और सीहोर के कोलार डैम में सामान्य से अधिक जल होने के कारण इन बांधों के गेट को अलग-अलग संख्या में खोला गया है. रविवार को सीहोर जिले के कोलार डैम के चार गेट खोले गए.
कई नदियां उफान पर
मध्य प्रदेश के अंदर दवा, ताप्ती, नर्मदा, चंबल और शिप्रा नदी इस समय अपने पूरे उफान पर हैं. लगातार हो रही बारिश से मध्य प्रदेश की बड़ी नदियों की जितनी भी सहायक नदियां हैं वे सभी उफान पर हैं. पार्वती, घग्घर, कालीसिंध, बेतवा इन सभी नदियों में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है. इसकी वजह से बांधों में क्षमता से अधिक जल इकट्ठा हो चुका है. ऐसी परिस्थितियों में बांध के गेट को खोलना आवश्यक हो जाता है. इस संबंध में जब एबीपी संवाददाता ने वैज्ञानिक डॉक्टर आरके जयसवाल से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि, इस बार की बारिश ने जलस्तर को मजबूत बनाया है जिससे आने वाले दिनों में फसल के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध होगा और सिंचाई के लिए वाटर लेवल भी अच्छा बना रहेगा.