MP News: इस साल के आखिर में मध्य प्रदेश में चुनाव होने हैं. चुनाव को देखते हुए मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) चुनावी तैयारियों में जुट गई है. बीजेपी सबसे ज्यादा उन सीटों पर फोकस कर रही है, जो पिछली बार उससे कांग्रेस (Congress) ने छीन ली थी. इसी कड़ी में इंदौर संभाग की 27 में से 19 आदिवासी सीटों के नेताओं को अपनी बात कहने के लिए बुलाया गया. इन नेताओं ने हातौद स्थित एक गार्डन में बाजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) के सामने अपनी बात रखी.
कैलाश विजयवर्गीय के सामने एक पूर्व विधायक ने तो ये तक कह डाला कि पार्टी सिर्फ आदिवासियों के ही टिकट काटती है. ऐसा कौन सा सर्वे कराया जाता है, जिसके आधार पर केवल आदिवासियों के ही टिकट काटे जाते हैं. सामान्य और ओबीसी के टिकट नहीं काटे जाते हैं. पूर्व विधायक ने कहा कि 2018 के चुनाव में 13 मंत्री चुनाव हारे थे, उनका सर्वे में नाम नहीं था क्या? उन्होंने कहा कि हमारे टिकट काटना बंद कीजिए.
कैलाश विजयवर्गीय ने क्या कहा
वहीं अजाजा मोर्चा के पदाधिकारी ने कैलाश विजयवर्गीय के सामने कहा कि वो कई बार सीएम शिवराज सिंह चौहान के आगें आधिकारियों के ट्रांसफर के आवेदन लेकर गए, लेकिन एक बार भी अधिकारियों का ट्रांसफर नहीं किया गया. वहीं एक सांसद ने कहा कि अधिकारियों ने हमारी सांसद नीधि रोक रखी है. ऐसे में हम कैसे विकास करेंगे. वहीं एक नेता ने कहा कि विधायकों को सर्वे के नाम पर डराया जा रहा है. पार्टी ने हमारी नहीं सुनी तो बगावत भी हो सकती है. सभी की बातों को सुनकर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सियासत डेरिंग से की जाती है. अधिकारी अगर नहीं सुन रहे तो उन्हें सबक सिखाओ. ट्रांसफर कर देना कोई समाधान नहीं है.