Madhya Pradesh Election Results 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव संपन्न हो गया है और चुनावी नतीजे भी आ गए हैं. भारतीय जनता पार्टी ने भारी बहुमत से चुनाव जीत लिया है और कांग्रेस पार्टी ने भी जनता के जनादेश को स्वीकार कर लिया है. लोकतांत्रिक पर्व के समापन पर ये प्रक्रिया भारत के लोकतंत्र को और भी खूबसूरत बनाती है. इस तस्वीर को और भी सुंदर बनाने का काम किया पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता कमलनाथ ने. चुनावी नतीजे स्पष्ट होने के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी के नेता कमलनाथ अपने सांसद बेटे नकुलनाथ के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के घर पहुंचे.
बीजेपी के कद्दावर नेता और सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के घर जाकर कमलनाथ ने उन्हें प्रचंड जीत की बधाई दी. कमलनाथ खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के घर पहुंचे और उन्हें गुलदस्ता भेंट करते हुए जीत की बधाई दी. कमलनाथ से जीत की बधाई लेने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके बेटे नकुलनाथ का हाथ पकड़कर उन्हें अपने घर के अंदर ले जाने लगे. लोकतांत्रिक पर्व के समापन पर घटी इस घटना की सोशल मीडिया पर लोग जमकर सराहना कर रहे हैं.
चुनाव में एक-दूजे पर हमलावर रहे शिवराज-कमलनाथ
गौरतलब है कि ये दोनों ही नेता चुनाव प्रचार के दौरान एक दूसरे पर जमकर बयानबाजी के तीर चलाते रहे थे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहां कमलनाथ को मिस्टर करप्शननाथ के नाम बुलाते हुए तंज कसते रहे तो कमलनाथ भी लगातार शिवराज सिंह चौहान पर हमलावर थे. हालांकि विधानसभा चुनाव के नतीजे साफ होने के बाद दोनों ने एक दूसरे का सहजता से सम्मान किया.
'जनता ने हमें विपक्ष में बैठने की जिम्मेदारी दी है'
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बंपर जीत हासिल की है. बीजेपी को मध्य प्रदेश की 230 में से 163 पर जीत हासिल हुई है. वहीं कांग्रेस पार्टी सिर्फ 66 सीट पर सिमट गई है. ;इन नतीजों को कमलनाथ ने सहज स्वीकार किया है. उन्होंने चुनाव में कांग्रेस पार्टी की बड़ी हार के बाद ट्वीट कर कहा, "चुनाव परिणाम में मध्य प्रदेश की जनता का फैसला मुझे स्वीकार है. हमें विपक्ष में बैठने की जिम्मेदारी दी गई है और हम अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे."
कमलनाथ ने बीजेपी को दी थी जीत की बधाई
कमलनाथ ने हार स्वीकारने के साथ विजेता बीजेपी को भी जीत की बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "मैं भारतीय जनता पार्टी को बधाई देता हूं. मुझे आशा है कि जनता ने उनके ऊपर जो विश्वास दिखाया है, वे उस पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे. आप सबको याद होगा कि मैंने कभी सीटों की घोषणा नहीं की. मैंने हमेशा यही कहा कि मुझे मध्य प्रदेश के मतदाता पर विश्वास है और आज भी मैं यही कहूंगा कि मुझे मध्य प्रदेश के मतदाता पर विश्वास है. मैं सभी हारे हुए प्रत्याशी और जीते हुए विधायकों के साथ इस बात की समीक्षा करूंगा कि आखिर वह क्या वजह रही जो हम अपनी बात मध्य प्रदेश के मतदाता को समझा नहीं सके."