Madhya Pradesh Election 2023: एमपी में चुनाव से पहले आखिरी बार होगी BJP कार्यसमिति की बैठक, अमित शाह पेश करेंगे 'रिपोर्ट कार्ड'
Madhya Pradesh Election 2023 News: MP में इस साल अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले यह प्रदेश कार्यसमिति की आखिरी बैठक होगी. महापौर चुनाव में झटका लगने के बाद BJP जोखिम नहीं उठाना चाहती.
Madhya Pradesh Elections 2023: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज भोपाल में मध्य प्रदेश सरकार का ‘रिपोर्ट कार्ड’ जारी करेंगे और ग्वालियर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करेंगे. पार्टी के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी दी. मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.
मध्य प्रदेश भाजपा मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख आशीष अग्रवाल ने शनिवार को बताया, ‘‘शाह भोपाल में एक समारोह में शिवराज सिंह चौहान सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे. इसके बाद वह ग्वालियर के लिए रवाना होंगे और वहां कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करेंगे.’’ चुनाव से पहले यह प्रदेश कार्यसमिति की आखिरी बैठक होगी.
सूत्रों ने कहा कि पार्टी विधायकों, सांसदों, जिला अध्यक्षों और महासचिवों को ग्वालियर पहुंचने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि लगभग 1,500 पदाधिकारियों को बैठक में बुलाया गया है और उम्मीद है कि बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी अपनी अंतिम योजना पेश करेगी.
'ग्वालियर में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहते हैं'
एक अन्य भाजपा नेता ने कहा, ‘‘हम सिंधिया के गढ़ कहे जाने वाले ग्वालियर में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहते हैं.’’
राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, भाजपा ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने का प्रयास कर रही है. भाजपा ग्वालियर में पिछले वर्ष 57 साल बाद महापौर का चुनाव कांग्रेस से हार गई थी.
एक महीने से भी कम समय में शाह का मध्य प्रदेश का यह दूसरा दौरा होगा. इसके पहले 30 जुलाई को शाह ने इंदौर का दौरा किया था, जहां उन्होंने बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
कांग्रेस ने ग्वालियर और चंबल क्षेत्र की 34 में से 26 सीट जीतीं
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने ग्वालियर और चंबल क्षेत्र की 34 में से 26 सीट जीतीं, तब ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में थे.
सिंधिया के अपने करीबियों के साथ भाजपा में चले जाने के बाद, नवंबर 2020 में ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में हुए उपचुनावों में कांग्रेस 19 में से सिर्फ सात सीट जीत सकी थी.
एक राजनीतिक पर्यवेक्षक ने कहा कि पिछले साल ग्वालियर में महापौर के चुनाव में झटका लगने के बाद अब भाजपा कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती.