Onion Rate: किसानों की आय बढ़ाने के लिए सभी सरकारें चिंतित रहती हैं. यहां तक कि सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का दावा किया था. उसका यह वादा, वादा ही रहा. आज भी किसान को उसकी फसल की वाजिब दाम नहीं मिल पा रहा है. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के रतलाम में सामने आया है. वहां की सैलाना मंडी में एक किसान का प्याज 50 पैसे प्रति क्विंटल के भाव से निलाम हुआ. इससे किसान काफी दुखी नजर आया. 


देश के किसान राजनीतिक और सरकारी बयानों के बीच में फंस कर रह गए हैं. उन्हें उनकी फसल की उचित कीमत नहीं मिल पा रहा है. उनकी पीड़ा को भी सुनने वाला कोई नहीं है. किसान जी तोड़ मेहनत करके खेतों में फसल उगाते हैं, मगर मुनाफा तो छोड़िए मंडियों में उनकी फसल का लागत मूल्य तक नहीं मिल पाता है. नतीजतन किसानों की हालत अभी भी जस-की-तस बनी हुई है.कई बार ऐसी भी खबरें आती हैं कि उचित कीमत न मिलने की वजह किसानों ने अपनी फसल को सड़क पर फेंक दिया. 


किसान का कौड़ियों के भाव बिका प्याज
दरअसल रतलाम जिले के सैलाना में एक किसान मंडी में प्याज बेचने गया, लेकिन उसकी प्याज कौड़ियों के भाव बिकी. जी तोड़ मेहनत और लागत लगाकर किसान जब मंड़ी में प्याज बेचने गया तो उसकी प्याज पचास रुपये क्विंटल बिकी, यानी कि 50 पैसे प्रति किलो बिकी. इससे किसान के अंदर हैरान, परेशान, उदास, पीड़ा सबकुछ है. एक वीडियो में किसान मंडी में बेची गई प्याज की पर्ची दिखा रहा है, जिसमें उसके चेहरे पर उदासी साफ झलक रही है. 






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एमपी के विभिन्न मंडियों में प्याज के भाव
एक तरफ रतलाम में प्याज 50 रुपए क्विंटल बिका है तो वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक रतलाम के पड़ोसी जिले मंदसौर में एक क्विंटल प्याज का भाव 600 रुपए है, जबकि इंदौर में एक क्विंटल प्याज का भाव 1300 रुपए है. इसके साथ ही राजधानी भोपाल की मंडी में प्याज 700 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है. लेकिन रतलाम का किसान को यह कीमत नहीं मिल पाई. 


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