Madhya Pradesh News: बारिश की वजह से फसलों को भारी नुकसान, टमाटर को देख किसानों के निकल रहे आंसू
MP News: MP में अचानक से बढ़ रहे सब्जियों के दाम को लेकर एबीपी टीम खेतों तक पहुंची. भोपाल से 45 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम लसूड़ियाकांगर में खेत पर पहुंचकर जाना क्या है सच्चाई?
MP Farmer News: एक पखवाड़े पूर्व तक सब्जी मंडियों में टमाटर के अच्छे दाम नहीं मिलने की वजह से किसान सड़क किनारे फेंककर व सब्जी मंडियों में टमाटर की फसल को छोड़कर जा रहे थे तो वहीं अब टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं. थोक सब्जी मंडियों में टमाटर सहित अन्य हरी सब्जियों की आवक कम होने की वजह से इसके दामों में इजाफा हो रहा है. इधर किसानों का दर्द है कि अत्याधिक बारिश की वजह से खेतों में खड़ी की टमाटर सहित हरी सब्जियों की फसल खराब हो रही है.
बता दें कि समूचे मध्य प्रदेश में बीते एक पखवाड़े से बारिश का दौर जारी है. स्थिति यह है कि अत्याधिक बारिश की वजह से कई जिलों में बाढ़ के हालात भी निर्मित हो गए. लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू तक करना पड़ा.
इधर समय से पहले ही हो रही तेज बारिश का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. खेतों में खड़ी किसानों की हरी सब्जियों की फसल सड़ने की कगार पर आ गई है. किसानों का दर्द है कि जब सब्जियों की अच्छी फसल थी तब अच्छे दाम नहीं मिल रहे थे और अब अच्छे दाम मिल रहे हैं तो ज्यादा बारिश की वजह से खेतों में फसल सड़ रही है.
खेतों तक पहुंची एबीपी टीम
मध्यप्रदेश में अचानक से बढ़ रहे सब्जियों के दाम को लेकर एबीपी टीम खेतों तक पहुंची. राजधानी भोपाल से 45 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम लसूड़ियाकांगर में एक किसान के खेत पर पहुंचकर हरी सब्जियों की फसल का जायजा लिया. किसान कमल प्रजापति ने बताया कि एक एकड़ के खेत में टमाटर की फसल लगाई थी. फसल लगाने के साथ ही देखरेख में एक लाख रुपए तक का खर्च आया था.
अब फसल पकने पर थी, लेकिन अत्याधिक बारिश की वजह से खेत में टमाटर की फसल सड़ने लगी है. किसान ने बताया कि मुनाफा तो दूर लागत तक निकलना मुश्किल दिख रहा है. किसान कमल प्रजापति के अनुसार सब्जियों की अन्य फसलों के भी यही हाल है.
मंडी में नहीं आ रही आवक
थोम सब्जी मंडी व्यापारी संतोष सिसोदिया ने बताया कि लगभग दस दिन से मंडी में हरी सब्जियों की आवक में टोटा सा हो गया है. हरी सब्जियों की आवक नहीं आने की वजह से थोक रेट ही आसमान पर है. सब्जियों मंडी में टमाटर का ही थोक रेट 70 से 80 रुपए प्रति किलो चल रहा है. यदि आवक बढ़ती है तो अपने आप ही हरी सब्जियों के दाम कम हो जाएंगे.
गृहणियों के किचन का बिगड़ा बजट
बता दें दस दिन पहले तक 10-20 रुपए प्रति किलो चल रहा टमाटर अचानक से महंगा हो गया है. टमाटर के दाम प्रति किलो 100 के पार पहुंच गए हैं. स्थिति यह है कि राजधानी भोपाल में टमाटर खत्म हो गया है तो अब बेंगलुरु, राजस्थान से टमाटर आ रहे हैं. इधर महंगी हुई हरी सब्जियों के चलते गृहणियों के किचन का बजट में गड़बड़ाने लगा है.
हरी सब्जियों के दाम
टमाटर ही नहीं बल्कि सभी हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं, जहां टमाटर 100 से 120 रुपए प्रति किलो बिक रहा है तो वहीं फूल गोभी 60 से 80, लोकी 40 से 50, गिलकी 40 से 60, भिंडी 40 से 60, शिमला मिर्च 60 से 80, बेगन गोल 30 से 40, अरबी 40 से 60, कद्दू 30 से 40, करेला 40 से 60 और बरबटी भी 40 से 60 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रही है. यदि थोक मंडियों में हरी सब्जियों की आवक में इजाफा नहीं होता है तो आगामी दिनों में दाम और अधिक बढ़ेंगे.
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