Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के जबलपुर (Jabalpur) जिले में धान खरीदी में गड़बड़ी के मामले में पहली एफआईआर दर्ज की गई है. फूड डिपार्टमेंट की जूनियर सप्लाई कंट्रोलर पल्लवी जैन ने गुरुवार (18 जनवरी) को योगमाया वेयर हाउस के मालिक ओमप्रकाश अग्रवाल और नीतेश पटेल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. इन पर साजिश, बेईमानी और सरकार को हानि पहुंचाने के अलावा अनुचित लाभ लेने के मामले में धोखाधड़ी और अनियमितता करने का आरोप है.
पल्लवी जैन के मुताबिक मझौली थाना क्षेत्र निवासी वेयर हाउस संचालक और एक अन्य के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. यह कार्रवाई किसानों को गुमराह कर गोदाम और बाहर अवैध रूप से धान इक्कठा करने कि लिए की गई. इसके अलावा बिना अनुमति के लगभग 46 हजार क्विंटल धान में से करीब 20 क्विंटल एफ.ए.क्यू और नॉन एफ.ए.क्यू धान को जेसीबी से मिक्स कर ढेर बनाने का भी आरोप है.
इन पर भी हुई थी कार्रवाई
इससे पहले मझौली में फर्जी सिकमीनामों (खेती करने का किरायानामा) के जरिए किसानों के सत्यापन में गंभीर लापरवाही बरतने पर सिहोरा के तत्कालीन एसडीएम धीरेन्द्र सिंह और प्रभारी तहसीलदार आदित्य जंघेला को आरोप पत्र जारी किया गया था. इसके अलावा दो पटवारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया. वहीं कई और अधिकारियों को निशाने पर लिया गया है. माना जा रहा है कि जल्द ही उन पर भी कठोर कार्रवाई की जा सकती है.
सवा लाख बोरी खराब धान पकड़ा गया था
वहीं कुछ दिन पहले खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की टीम ने दो वेयर हाउस में सवा लाख बोरी खराब धान पकड़ा था. सैंपलिंग के दौरान दोनों वेयर हाउस में कई बोरियों में रखा धान मिक्स पाया गया है, जबकि कई में नॅान एफ.ए.क्यू धान रखा पाया गया था. हैरानी की बात यह है कि दोनों वेयर हाउस को धान खरीदी की अनुमति भी नहीं मिली थी. इसके बावजूद उनके गोदाम में सरकारी बारदाने में किसानों के धान रखे मिले. बता दें जबलपुर में 36 वेयर हाउस है, जिनमें अनुमति न होने के बावजूद एमएसपी पर खरीदी के लिए किसानों का धान इकट्ठा किया गया था.