MP Politics: शिवराज सिंह चौहान से CM मोहन यादव ने की मुलाकात, आखिर क्या हुई बात?
Madhya Pradesh Politics: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव की मुलाकात की चर्चा मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में की जा रही है.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात की. वहीं इस मुलाकात की सियासी हल्कों में चर्चा तेज हो गई है. हालांकि इस मीटिंग को शिवराज सिंह चौहान ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से जनता के मुद्दों पर बात हुई है.
शिवराज सिंह चौहान ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से आज निवास पर शिष्टाचार भेंट कर प्रदेश की प्रगति एवं जनकल्याण से संबंधित विभिन्न विषयों पर सार्थक चर्चा की."
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री @DrMohanYadav51 जी से आज निवास पर शिष्टाचार भेंट कर प्रदेश की प्रगति एवं जनकल्याण से संबंधित विभिन्न विषयों पर सार्थक चर्चा की। pic.twitter.com/5DU1ikRVve
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 8, 2024
वहीं इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को कहा कि पिछले 25 दिनों में राज्य में खुले स्थानों पर मांस और मछली बेचने वाली 25,000 दुकानें बंद की गई हैं. यादव ने उज्जैन में 218 करोड़ रुपये की 187 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद कहा, "मैंने निर्देश दिया था कि खुले में मांस और मछली बेचने वाली दुकानों को हटाया जाना चाहिए. राज्य में इस तरह की करीब 25,000 दुकानें हटा दी गयी हैं."
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में विकास कार्य जारी रहेंगे और इसमें कोई समझौता नहीं किया जाएगा. पिछले साल 13 दिसंबर को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ घंटे बाद यादव ने राज्य में खुले स्थानों पर मांस और मछली बेचने पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश जारी किए थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 'मकर संक्रांति' का त्योहार 'महिला सशक्तीकरण दिवस' के रूप में मनाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने शहर के ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व का जिक्र करते हुये कहा कि महाकालेश्वर मंदिर के लिए प्रसिद्ध उज्जैन में भगवान श्रीकृष्ण ने 64 कलाएं सीखी थीं.
सीएम मोहन यादव ने कहा, "उज्जैन वह स्थान है जहां से संघमित्रा और महेंद्र बौद्ध धर्म का प्रचार करने के लिए श्रीलंका गए थे. संघमित्रा सम्राट अशोक की बेटी थी, जबकि महेंद्र उनके पुत्र थे."