MP News: भारतीय संस्कृति में पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए बीजेपी सरकार ‘खेलेगा मध्य प्रदेश’ कैंपेन (Khelo Madhya Pradesh Campaign) की शुरुआत कर रही है, जिसकी ज़िम्मेदारी भारतीय जानता युवा मोर्चा (BJYM) को सौंपी गई है. भाजयुमो ने भी उन खेलों का चयन किया जिन्हें आपने और हमने अपने बचपन में ज़रूर खेला होगा. ये ऐसे खेल है जो अब संपूर्ण रूप से विलुप्त हो चुके हैं. इन खेलों को एक बार फिर जीवंत करने का बीड़ा अब प्रदेश सरकार ने उठाया है.


भाजयुमो को दी गई आयोजन की जिम्मेदारी
दरअसल भारत अपनी संस्कृति के लिए जाना-पहचाना जाता है. उसी संस्कृति से जुड़े ये पारंपरिक खेल एक बार फिर लोगों के जीवन का हिस्सा बनें बीजेपी सरकार अब इसका प्रयास करने जा रही है. इसके लिए पूरे प्रदेश में ‘खेलेगा मध्य प्रदेश’ खेलों का आयोजन होने जा रहा है. इसकी जिम्मेदारी भारतीय जानता पार्टी ने भारतीय जनता युवा मोर्चा को दी है. इस कैंपेन में भिंड की अहम भूमिका होने वाली है. इस आयोजन के प्रभारी बनाए गए भजायुमो प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य विश्व प्रताप सिंह मूल रूप से भिंड के रहने वाले हैं और बहुत कम समय में उन्होंने प्रदेश की राजनीति में अपनी अहम जगह बना ली है. 


लुप्त हो रहे खेलों को जीवंत करने का प्रयास
प्रभारी विश्व प्रताप सिंह ने बताया कि गुल्ली-डंडा, सितौलिया, खो-खो, कबड्डी, लंगड़ी टांग, कंचे, पिट्ठू जैसे कई ऐसे खेल हैं जिन्होंने हमारे देश की माटी से जन्म लिया और इन्हें खेल कर हम और हमारी पीढ़ी बड़ी हुई लेकिन आज ये खेल विलुप्त हो चुके हैं और कहीं भी देखने को नहीं मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे क़रीब दो दर्जन खेल हैं जो अलग-अलग इलाक़ों में अलग अलग नामों से जाने जाते हैं. इन खेलों को दोबारा प्रचलन में लाने और उन्हें एक बार फिर लोगों से जोड़ने का काम भाजयुमो कर रहा है. आने वाले समय में पूरा देश इस बात की मिसाल देगा कि मध्य प्रदेश में किस तरह क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस जैसे गेम्स के चरम पर होने के बाबजूद पारंपरिक खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है.


वहीं इस तरह के खेलों को ही क्यों चुना गया? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि आजकल सभी ने देखा है कि छोटे छोटे बच्चे भी अपने हाथों में मोबाइल फोन लिए नजर आते हैं. वे इंडोर गेम्स के प्रति आकर्षित हो गए हैं. ये बच्चे अपनी सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं. इसलिए इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए भारतीय जानता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष गौरव पवार ने एक अच्छी सोच के साथ हमारे पारंपरिक आउटडोर गेम्स को आगे लाने कि प्रयास किया है. कुछ शहरों में इनकी शुरुआत हो चुकी है और धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में पूरे महीने ये गेम्स आयोजित कराए जाएंगे. 


अगले महीने से होगा कैंपेन का आगाज
‘खेलेगा खिलता कमल और खेलेगा मध्य प्रदेश’ कैंपेन के तहत अगले महीने से पूरे मध्य प्रदेश में पारंपरिक आउटडोर गेम्स का अगाज होगा. इसकी ज़िम्मेदारी संगठन और सरकार ने भाजयुमो को सौंपी है. ये खेल अगले साल पूरे जनवरी प्रदेश के प्रत्येक शहर, नगर और गली-गली में आयोजित होंगे जिनमें से इन खेलों के टैलेंटेड खिलाड़ियों को आगे लाया जाएगा. इसके बाद इन खिलाड़ियों को सरकार पहचान देने में अपनी भूमिका अदा करेगी जिसके लिए राजधानी भोपाल में एक बड़े आयोजन के साथ फाइनल मुकाबले होंगे साथ ही विजेताओं को पुरस्कार वितरण भी किए जाएंगे.


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