Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश सरकार सभी टाइगर रिजर्व और नेशनल पार्कों से डीजल-पेट्रोल वाहन हटाने जा रही है. इन वाहनों का स्थान इलेक्ट्रिक वाहन लेंगे. नियमित गश्त और सफारी में भी इलेक्ट्रिक वाहन ही इस्तेमाल किए जाएंगे. ध्वनि और वायु प्रदूषण से वन्यप्राणियों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार ने यह फैसला लिया है. अब यहां इलेक्ट्रिक वाहन चलाए जाएंगे ताकि प्रदूषण न हो.
समितियों से प्रस्ताव मांगे गए
गौरतलब है कि पार्कों में सफारी कराने वाली समितियों से इस संबंध में प्रस्ताव मांगे गए हैं. शुरुआत में कुछ पार्कों में यह वाहन चलाए जाएंगे ताकि वन क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहन की क्षमता की जांच हो सके. इसके बाद अन्य पार्कों में भी इस व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा.
इस वजह से लिया गया निर्णय
मध्यप्रदेश में छह टाइगर रिजर्व और 11 नेशनल पार्क हैं. इनमें से अधिकांश में प्रतिदिन औसत डेढ़ सौ पेट्रोल-डीजल संचालित वाहन प्रवेश करते हैं. पर्यटकों को खासकर बाघ दिखाने की कोशिश में वाहन दौड़ाए जाते हैं. जिससे ध्वनि के साथ वायु प्रदूषण भी होता है. यह वन्यप्राणियों के मस्तिष्क पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालता है. जिससे उनके स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. डीजल और पेट्रोल वाहनों से प्रदूषण का खतरा रहता है.
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