MP News: मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में खदानें बंद पड़ी है. दो माह से ठेका बंद चलने से करोड़ों की खदानें रेत माफिया की गिरफ्त में है. चौबीस घंटे नर्मदा-तवा नदी से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से रेत का अवैध खनन-परिवहन कर रेत माफिया बिना रोक-टोक के बैखोफ तरीके से अवैध खनन कर नदियों के सीने को छलनी तक रहे. इसकी बानगी खुद खनिज विभाग के दर्ज किए गए प्रकरणों में सामने आई है. 


जिले में विभाग द्वारा सितंबर माह से लेकर चालू फरवरी माह की 3 फरवरी तक के बीते पांच महीनों में अवैध खनन-परिवहन और भंडारण के 73 केस दर्ज किए गए हैं, जिसमें हजारों घनमीटर रेत और वाहन जब्त हुए. 26 अवैध खननकर्ताओं पर चोरी के केस दर्ज किए गए, जबकि बाकी से करीब 1 करोड़ 12 लाख 49 हजार 275 रुपए का जुर्माना किया गया, इसमें अवैध खनन, परिवहन और अवैध भंडारण तीनों के प्रकरण शामिल रहे.


पांच माह में 77 वाहन जब्त किए


विभागीय सरकारी आंकड़े देखें तो बीते सितंबर 2021 से लेकर चालू फरवरी 2022 के बीच अवैध परिवहन में लगे करीब 77 वाहनों को जब्त किया गया, इसमें डंपर-ट्रक, टैक्ट्रर टॉलियां शामिल है. अवैध परिवहन के जिले में सबसे ज्यादा 46 प्रकरण बनाए गए. इसके पहले देखें तो अप्रेल 2021 से लेकर अब तक कुल 112 प्रकरण दर्ज हुए और 104 वाहन जब्त किए गए. इसमें रेत के साथ भसुआ, मुरम-बजरी के प्रकरण शामिल रहे. विभागीय जानकारी के मुताबिक अवैध खनन-परिवहन एवं भंडारण के उक्त दर्ज किए कुल 73 प्रकरणों में से अभी 36 प्रकरण लंबित चल रहे हैं. इसमें जुर्माने के आदेश होने बाकी है. कुल में से 37 प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है.


खनिज विभाग ने अवैध खनन-परिवहन के खिलाफ चलाए गए सर्चिंग अभियान में सितंबर से लेकर अब तक कुल 26 अवैध रेत कारोबारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पुलिस में भी रेत चोरी एवं शासकीय संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कराए हैं.


जिले में इन तटों पर जारी है बैखोफ खनन


जिले के जिला मुख्यालय की बात करें तो नर्मदा के करबला-खर्राघाट, डोंगरवाड़ा, बरंडुआ, पुलघाट-खोजनपुर, ग्राम रायपुर , मालाखेड़ी, बांद्राभान, सांगाखेड़ा पुल, निमसाडिय़ा, तवा पुल के आसपास सहित बाबई, सेमरी, सोहागपुर, पिपरिया, बनखेड़ी, सिवनीमालवा, डोलरिया की नदियों व इनके तटों से रेत का अवैध खनन, परिवहन बैखोफ जारी है. अवैध कारोबारी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से रेत चोरी कर स्टॉक भी करके बेच रहे. जिससे शासन की रायल्टी का भारी नुकसान हो रहा है. बड़ी-बड़ी ठेका कंपनियां भी वैध खदानें नहीं चला पा रही. दो कंपनियां इसमें तय ठेका अवधि में रेत व्यवसाय नहीं कर पाई.


मामले को लेकर अधिकारी कहते हैं कि अवैध खनन और परिवहन को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है. टीमें बनाकर माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.


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