Holi 2022: मध्य प्रदेश के इस गावं में महिलाएं खेलती हैं पुरुषों की नो एंट्री वाली होली, 500 साल पुरानी है परंपरा
MP Holi 2022: मध्य प्रदेश के कुंडौरा गांव में महिलाओं के अनोखे तरीके से होली खेलने की परंपरा है, जहां पुरुषों का वर्जित है. गावं में होली की यह परंपरा पांच सौ साल पुरानी है.
Madhya Pradesh Holi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बुंदेलखंड (Bundelkhand) के हमीरपुर जिले (Hamirpur District) के कुंडौरा गांव (Kundaura Village) में महिलाओं के अनोखे तरीके से होली (Holi) खेलने की परंपरा है. वहां होली खेलते समय पुरुषों का प्रवेश पूरी तरह वर्जित है. महिलाओं के होली खेलते समय सभी पुरुष गांव से बाहर होते हैं या घरों के अदंर.
पुरुषों को महिलाओं की होली देखने पर है प्रतिबंध
महिलाएं राम जानकी मंदिर से होली की फाग निकालकर गलियों में हुड़दंग करती है. सालों से गांव में इस परंपरा का पूरी श्रद्धा के साथ पालन किया जा रहा है. होली खेलती महिलाओं की वीडियो फोटो लेने पर प्रतिबंध है. अगर किसी पुरुष ने महिलाओं की फाग खेलने की तस्वीर ली या वीडियो बनाया तो उस पर तगड़ा जुर्माना लगाया जाता है, कभी-कभी पिटाई भी हो जाती है. कुंडौरा गांव में यह परंपरा लगभग पांच सौ साल पुरानी है.
होली के दिन गाजे बाजे के साथ महिलाओं की फाग निकलती है. शाम तक गुलाल से खेली जाने वाली इस होली में कुंडौरा गांव के साथ पास के दरियापुर गांव की महिलायें भी शामिल होती हैं. जब महिलाओं की फाग निकलती है तब कोई पुरुष उन्हें देख नहीं सकता.
पूर्व प्रधान ने होली के संबंध में बताई यह बात
गांव की पूर्व प्रधान उपदेश कुमारी कहती हैं कि, जब वह बाबुल का घर छोड़ कर पिया के घर आई. तभी से इस गांव की परंपरा का हिस्सा बन गई. फाग का शुभारंभ गांव के ऐतिहासिक राम जानकी मंदिर से होता है और खेरापति बाबा के मंदिर परिसर में इसका समापन होता है. कोरोना महामारी के कारण प्रतिबंधों के चलते 2 साल तक होली के त्यौहार पर रोक लगी हुई थी. प्रतिबंधों के हटने के बाद इस गांव की महिलाएं फिर से धूमधाम से होली पर्व मनाने की तैयारी में जुटी हुई हैं.
यह भी पढ़ें: