Indore News: इंदौर में कोरोना काल में प्रदेश सरकार द्वारा माफ किए बिजली बिलों को एक बार फिर एमपीईबी द्वारा आम उपभोक्ता से वसूला जा रहा है. जिसको लेकर पश्चिम विद्युत वितरण एमपीईबी द्वारा झोनवार शिविर भी लगाए जा रहा है. ताकि बकाया बिल की वसूली हो सके. इंदौर में मल्टी बेम्बे योजना में रहने वाली एक महिला को 21 हजार का बिल थमा दिया गया.
बेम्बे योजना के गरीबों पर आफत
दरअसल इंदौर की विधानसभा पांच के वार्ड 50 के आइडिया द्वारा निर्मित मल्टी बेम्बे योजना स्कीम 140 में रहने वाले लोग बिजली बिलों को लेकर परेशान हो रहे हैं. खास बात यह है कि इस मल्टी में रहने वाले सभी लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले हैं. शांता बाई जो कि पेशे से भिक्षुक हैं उन्हें 21 हजार का बिल थमा दिया गया है. भिक्षुक शांता बाई के पास ना तो गैस सिलेंडर है और ना ही कोई ऐसा बिजली का उपकरण जिससे इतना बिल आए. आंखों में आंसू लिए बुजुर्ग महिला स्कीम नंबर 140 बेम्बे योजना की रहवासी शांताबाई ने अपनी पीड़ा मीडिया से साझा की. उन्होंने कहा कि भीख मांग कर जैसे तैसे गुजर-बसर हो रहा है. लेकिन बिजली बिल के बढ़ते दबाव के चलते परेशान हो रही हैं. जिसको लेकर लगातार विद्युत मंडल के चक्कर लगा रही हैं. लेकिन वहां से भी इन्हें बिल जमा करने का कहा जाता है. केवल शांता बाई का ही नहीं यहां रहने वाले सभी के बिल हजारों में आ रहे हैं. रोज कमाना और रोज खाने वाले इन गरीब लोगों से इतनी बड़ी राशि किस्तों में लेने की बात तो की जा रही है. लेकिन यह लोग वह भी नहीं भर सकते हैं!
आंदोलन करने को मजबूर
वहीं इनकी परेशानी को लेकर कांग्रेस के नेता विजय राठौड़ ने कहा कि इस स्कीम नंबर 140 के सारे रहवासी गरीब वर्ग से आते हैं. जो कि इतनी बड़ी राशि जमा करने में असमर्थ हैं. वहीं बिजली विभाग द्वारा भी लगातार बिल जमा करने का इन लोगों पर दबाव बनाया जा रहा हैं. बिल नहीं भरने के चलते रहवासियों को नोटिस जारी कर दिए हैं. साथ ही कई घरों के बिजली कनेक्शन भी काट रहे हैं. जो कि अंधेरे में रहने पर मजबूर हो रहे हैं. वहीं जनप्रतिनिधि भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। वहीं कांग्रेस नेता विजय राठौड़ ने कहा कि अगर इन गरीब लोगों के बिल कम नहीं किए गए तो आने वाले दिनों में बिल्डिंग के बेम्बे योजना के सारे रहवासी सड़क पर उतर कर उग्र प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे. बहरहाल पश्चिम विद्युत मंडल द्वारा गरीबों को हजारों रुपए के बिल थमाया जा रहा है. वहीं विभाग के कर्मचारी बिजली काटने के नाम से महीने दर महीने पैसे वसूल रहे हैं. जबकि प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना काल में बिजली के बिलों की माफी की बात कह चुकी है! जिसके बाद विधुत विभाग द्वारा बिजली खपत से ज्यादा के बिल थमाया जा रहा है.
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