Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) में इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक युवक शादी समारोह में नाचते गाते पिस्टल लहराते हुए दिख रहा है. पिस्टल लहराने वाला व्यक्ति क्षेत्रीय सरपंच पति व बीजेपी सांसद प्रतिनिधि बताया गया है. वहीं अपराधों पर लगाम कसने का दावा करने वाली इंदौर पुलिस वीडियो सामने आने के बाद भी की शिकायत दर्ज करने से बचती नजर आ रही है.
दरअसल, इंदौर के समीप देपालपुर की ग्राम धतूरा पंचायत के सरपंच पति दिलीप जाट का एक वीडियो सामने आया है. इसमें जाट शादी समारोह में नाचते हुए हाथ में पिस्टल लहराते गोलियां चलाते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रहा है. इसके बावजूद अभी तक पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
वहीं इस वीडियो को लेकर सरपंच पति जाट का कहना है कि परिवार में शादी थी जिसमें मैंने परंपरा निभाई है. 15 साल की मेहनत और कुछ लोगों के षड्यंत्र से खराब नहीं होने देंगे. मैंने आयोजन में जो गोली चलाई उसमें मौजूद लोगों को बुरा नहीं लगा योजनाबद्ध तरीके से यह वीडियो वायरल किया गया है. वहीं इंदौर ग्रामीण एसपी भगवत सिंह विरदे का कहना है कि हमारे संज्ञान में विडियो आया है, लेकिन इसी तरह के हजारों वीडियो सोशल मीडिया पर चलते रहते हैं. पुलिस को किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली है. शिकायत की जाए तो कार्रवाई की जाएगी, वीडियो की जांच बगैर शिकायत करना मुश्किल है. पुलिस का यह जवाब बड़ा ही चौंकाने वाला लग रहा है.
पहले भी हुए ऐसे मामले
वहीं जहां इंदौर ग्रामीण एसपी वीडियो की शिकायत नहीं होने की बात कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर इंदौर क्राइम ब्रांच को सोशल मीडिया के माध्यम से पता चलने पर ही प्रभात रावल नाम के व्यक्ति को पकड़ कर पिस्टल भी जब्त की है. डीसीपी निमिष अग्रवाल के मुताबिक सोशल मीडिया पर अवैध हथियार के साथ वीडियो फोटो की शिकायत इंदौर क्राइम ब्रांच को मिल रही है. आरोपियों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर समाज में सनसनी फैला कर माहौल खराब करने की कोशिश की है. वहीं कुछ दिन पहले भी एरोड्रम थाना क्षेत्र में भी अवैध हथियार के साथ सोशल मीडिया पर वीडियो डालने वाले सत्यम सिंह बेस पर कार्रवाई कर पिस्टल जब्त कर 25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की मांग गई थी. सरपंच पति व सांसद प्रतिनिधि के वायरल वीडियो सामने आने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
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