जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर (Jabalpur) में रईस घरानों के युवकों को खूबसूरती और हुस्न के जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करने वाले हनीट्रैप गैंग (Honeytap Gang) का खुलासा हुआ है. ये गैंग लाखों की डिमांड पूरी न होने रेप की एफआईआर (FIR) दर्ज करवा देता था. गैंग की महिला सदस्य द्वारा अब तक चार युवकों के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज करवाने की जानकारी मिली है.

 

इस मामले में पीड़ित पक्ष ने जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा (Jabalpur SP Siddharth Bahuguna) को शिकायत करते हुए लड़की के पुराने मामलों की जानकारी देकर जांच की मांग की है. वहीं एसपी बहुगुणा ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जायेगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कारवाई की जाएगी.

 

हनी ट्रैप गैंग में कुछ वकील भी शामिल बताए जा रहे हैं
इस मामले में जबलपुर के एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा को की गई शिकायत में कहा गया है कि इस गैंग द्वारा शहर के कई युवाओं को हुस्न के जाल में फांसकर होटल, रिसॉर्ट और सुनसान मकान में बुलाकर मुलाकात करने के बाद बलात्कार की एफआईआर दर्ज कराने की धमकी देकर चल-अचल संपत्ति की डिमांड कर चूना लगाया जा रहा है.

 

एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के पास पहुंचे एक पीड़ित युवक के परिजनों ने बताया कि इस गैंग में कुछ वकील भी शामिल हैं जो पुलिस थाने जाकर दबाव बनाते हुए रेप की एफआईआर दर्ज कराते हैं. बदनामी और एफआईआर का डर दिखाकर यही लोग सेटलमेंट करा देते हैं. वहीं एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे मामले की जांच का जिम्मा महिला थाना प्रभारी को सौंपा है.

 

रेप की एफआईआर और ब्लैकमेलिंग का खेल
एसपी के पास पहुंचे कुछ पीड़ित लड़कों के परिजनों ने लिखित शिकायत में बताया कि घमापुर क्षेत्र की रहने वाली एक युवती शहर के कई लड़कों को हुस्न के जाल में फांसकर ब्लेकमेल कर चुकी है.शिकायतकर्ताओं ने यह भी बताया कि युवती के साथ कुछ और लोग भी शामिल हैं, जो खुद को एडवोकेट बताते हैं. शातिर युवती मेलजोल बढ़ाती है फिर रेप का आरोप लगाकर लाखों रुपए की डिमांड करती है.

 

अब तक इस गिरोह ने कई युवकों को अपना शिकार बनाया है. गैंग का ताजा शिकार आदर्श नगर का रहने वाला 30 वर्षीय युवक बना था.युवक और उसके परिवार से 15 लाख रुपए की मांग की गई.  रकम न देने पर धारा 376 की एफआईआर दर्ज करा दी गई. शिकायतकर्ताओं ने एसपी से सिलसिलेवार एक-एक घटना के बारे में बताया.

 



हनीट्रैप के तहत युवती चार लोगों को बना चुकी है शिकार 

केस-1 हनी ट्रैप के खेल की शुरूआत हो2016 में हुई थी. तब घमापुर में विकास रामख्यानी नाम के व्यवसायी को इस युवती ने अपने हुस्न के हंटर से डराया और फिर रेप का प्रकरण दर्ज करा दिया. युवक को अंतत: मजबूरी में उससे शादी करनी पड़ी.उसकी सारी संपत्ति हड़पने के बाद युवती ने डिंडोरी में पुन: रेप का प्रकरण दर्ज करा दिया था.

केस-2 युवती का दूसरा शिकार कानपुर का चर्चित व्यवसायी अर्चित सलूजा बना था.सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती करके उसने अर्चित को फंसाया और फिर साथी मनीष मेघवानी के साथ मिलकर 40 लाख रुपए की मांग की.पैसे नहीं मिले तो उसने अपनी गैंग के तथाकथित वकीलों के साथ मिलकर महिला थाने में रेप का प्रकरण दर्ज करा दिया.अर्चित ने इस हुस्न परी और मनीष मेघवानी के खिलाफ कानपुर की कोर्ट में परिवाद दायर किया था.

केस-3 हुस्न के हंटर का तीसरा शिकार विकास समतानी बना. युवती ने तिलवारा थाने में 2021 में रेप का केस दर्ज कराया. विकास समतानी से भी 20 लाख रुपए की मांग की गई थी. रुपए नहीं मिले तो उसे भी रेप के केस में फंसा दिया गया.

केस-4 चौथा शिकार बना आदर्श नगर का मोहित डुडेजा नाम का युवक बना. बेकरी कारोबारी परिवार से जुड़े मोहित से दोस्ती कर युवती ने संबंध बनाए.इसके बाद ब्लैकमेल करने लगी.युवती मोहित पर 15 लाख रुपए देने का दबाव डाल रही थी.आखिर में उसने गोरखपुर थाने में रेप का केस दर्ज करा दिया.


 

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