जबलपुर का स्वादिष्ट हरा मटर न केवल स्थानीय बल्कि दूसरे राज्यों और देश की सीमा के बाहर भी लोगों के भोजन का स्वाद बढ़ा रहा है. जापान और सिंगापुर के साथ खाड़ी देशों में भी यहां के मटर की अच्छी मांग है. अपनी गुणवत्ता और मिठास की वजह से जबलपुर का मटर देश की मंडियों में हाथों-हाथ बिकता है. इतना ही नहीं बड़े शहरों के बड़े व्यापारी किसानों से सीधे मटर खरीदकर बाहर इसकी सप्लाई कर रहे हैं. अभी जिले में उत्पादन का 80 फीसदी मटर बाहर जाता है. वहीं अब इस मटर की अधिकाधिक मात्रा को जिले में ही प्रसंस्कृत कर बाहर भेजने की योजना तैयार की गई है.
जबलपुर के मटर की ग्लोबल ब्रांडिंग भी की जायेगी
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत जबलपुर जिले में मटर उत्पादन के वर्तमान रकबे में वृद्धि, अच्छे किस्म के बीजों की बोनी व मटर के प्रसंस्करण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा हैं. साथ ही इसके विपणन नेटवर्क को व्यापक स्वरूप देकर जबलपुर के मटर की ग्लोबल ब्रांडिंग भी की जायेगी. इससे जिले के मटर उत्पादक किसानों को पहले से कहीं अधिक मुनाफा होगा.
वर्तमान में जिले में निजी क्षेत्र की दो मटर प्रसंस्करण यूनिट कार्यरत हैं
वर्तमान में जबलपुर का मटर देश की नामचीन मंडियों जैसे मुंबई, हैदराबाद, भोपाल, नागपुर और रायपुर के अलावा सात समुंदर पार जापान और सिंगापुर के लोगों के व्यंजनों का जायका बढ़ा रहा है. जिले में अभी निजी क्षेत्र की दो मटर प्रसंस्करण यूनिट कार्यरत है. इनमें से भानु फार्मस शहपुरा से प्रतिवर्ष 5 से 8 हजार मीट्रिक टन मटर प्रोसेसिंग की जाती है, यहीं से प्रोसेस्ड मटर सिंगापुर और जापान भेजा जाता है. दूसरी यूनिट फ्रोजन एग्रो इंडस्ट्री औद्योगिक क्षेत्र उमरिया-डुंगरिया में स्थापित है.
मटर से लोगों को खेत से मंडी तक काम मिल रहा है
कलेक्टर शर्मा ने बताया कि मटर से लोगों को खेत से मंडी तक काम मिलता है, स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलने का अवसर बढ़ेगा. मटर की तुड़ाई, ढुलाई और बाहर परिवहन के साथ-साथ सब्जी ठेला और रेहड़ी व्यापारियों को भी काम मिलता है. साथ ही मटर प्रसंस्करण व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने से रोजगार के और अवसर बढ़ेगे.
दिसंबर माह में जबलपुर में मटर फेस्टिवल का आयोजन होगा
जबलपुर की मटर की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए दिसंबर माह में जबलपुर में मटर फेस्टिवल का आयोजन किया जायेगा, मटर फेस्टिवल का आयोजन स्मार्ट सिटी जबलपुर, जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल, होटल एसोसिएशन एवं उद्यानिकी विभाग के सहयोग से 25 से 30 दिसम्बर तक किया जायेगा. इस दौरान सभी होटल, रेस्टारेंट, ढाबे, चौपाटी और खानपान की दुकानों में मटर से बने व्यंजन परोसे जायेंगे. होटलों, रेस्टारेंट और ढाबों और चौपाटी पर मटर फेस्टिवल के बैनर, पोस्टर लगाये जायेंगे. इसमें जबलपुरी मटर का लोगो भी होगा. मटर फेस्टिवल के लिए तय तारीख 25 से 30 दिसम्बर तक होटल, रेस्टारेंट के लिए मटर के व्यंजनों की प्रतियोगिता भी होगी.
मटर की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए कलेक्टर ने दिए अधिकारियों को निर्देश
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जबलपुर की मटर की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए नियमित रूप से कोई न कोई गतिविधियां करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं. उन्होंने कहा कि जबलपुर की मटर की ब्रांडिंग के लिए वैवाहिक एवं सामाजिक समारोहों में भी मटर से बने कम से कम दो व्यंजन परोसने के लिए केटरर्स से अनुरोध किया जाना चाहिए. शादी-विवाह के कार्यक्रमों में जबलपुरी मटर का लोगों लगा कार्नर भी बनाया जाना चाहिए. इसके लिए केटरर्स और होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों से बात की जाएगी.
बता दें कि जबलपुर जिले में उत्पादित मटर की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए इसका लोगो तैयार किया गया है और ‘‘जबलपुरिया मटर’’ के नाम से ट्रेडमार्क का रजिस्ट्रेशन कराया गया है. वर्तमान में बड़ी तादाद में जबलपुरी मटर मंडियों में बिकने को पहुंच रहा है.
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