MP News: महाकाल समेत देशभर के मंदिरों का प्रबंधन हिंदू समाज को सौंपने की मांग, सरकार के कब्जे को VHP ने बताया गलत
Jabalpur News: उज्जैन के महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) का प्रबंधन हिन्दू समाज को सौंपने की बड़ी मांग विश्व हिंदू परिषद (Vishva Hindu Parishad) ने की है.
Jabalpur News: उज्जैन (Ujjain) के महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) का प्रबंधन हिन्दू समाज को सौंपने की बड़ी मांग विश्व हिंदू परिषद (Vishva Hindu Parishad) ने की है. विहिप के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार (Alok Kumar) ने कहा कि जब देश में मस्जिद, गुरुद्वारा या गिरिजाघर का प्रबंधन सरकार नहीं करती है तो हिन्दू समाज के मंदिर का प्रबंधन सरकार के हाथ में होना अनुचित है. उन्होंने आरोप लगाया कि मंदिर के प्रशासक हिन्दू रीति रिवाज और परंपरा नहीं समझते हैं, इसलिए ठीक ढंग से प्रबंधन नहीं कर पाते.
मंदिरों की कमान हिंदू समाज को सौंपे सरकार
विहिप के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार जबलपुर में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे. उन्होंने उज्जैन के महाकाल मंदिर समेत देशभर के सभी हिन्दू मंदिरों की कमान हिंदू समाज को सौंपने की वकालत की. आलोक कुमार ने कहा कि देशभर में हिंदू मंदिरों का प्रबंधन राज्य सरकारों ने अपने हाथों में रखा हुआ है. तमिलनाडु का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि यहां मंदिरों की आय का 16 प्रतिशत सरकार अपने पास रखती है. अगर मंदिर में प्रशासक नियुक्त है तो उसकी सैलरी और भत्ते भी देने होते हैं. आलोक कुमार का कहना था कि मंदिरों के रीति रिवाज और परंपराओं का पालन सरकार के अफसर नहीं कर सकते.
'पूजा-पद्धति, सिद्धांत और मान्यताओं से वास्ता नहीं रखते सरकारी हुक्मरान'
पूजा-पद्धति, सिद्धांत और मान्यताएं क्या होती हैं, इस बात से भी सरकारी हुक्मरान वास्ता नहीं रखते हैं. बावजूद इसके मंदिरों का प्रबंधन इनके हाथ में सौंप दिया गया है. आलोक कुमार ने सवाल उठाया कि सरकार मस्जिदों, गुरुद्वारों और गिरिजाघर को नहीं चलाती तो फिर मंदिरों पर आधिपत्य क्यों रखा हुआ है. स्पष्ट तौर पर तीन मांगों को लेकर विश्व हिंदू परिषद सरकार से लगातार बातचीत कर रही है. उन्होंने स्पष्ट किया कि सेवा और सामाजिक समरसता के माध्यम से विहिप लगातार काम कर रही है और अगर इन मांगों पर केंद्र ने कोई विचार नहीं किया तो इससे अधिक ताकत और जन आंदोलन के रूप में बड़ा विरोध दर्ज कराया जाएगा. आलोक कुमार ने केंद्र सरकार से कानून बनाकर मंदिरों का प्रबंधन हिन्दू समाज को देने की मांग भी की है.
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