MP Karam Dam: मध्य प्रदेश के धार (Dhar) जिले के कारम बांध के निर्माण में हुई लापरवाही को लेकर शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) सरकार ने एक्शन लिया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के आदेश पर धार जिले के कारम बांध के निर्माण में हुई लापरवाही को लेकर आठ अधिकारियों को शुक्रवार 26 अगस्त को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है. धार जिले में 11 अगस्त को बांध में लीकेज होने लगा था, जिसके कारण बांध टूटने की नौबत आ गई थी. इसके बाद 14 अगस्त को बांध से पानी निकाल कर बहाया गया. 


इससे पहले बांध निर्माण से जुड़ी दो कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड किया जा चुका है. इस बांध में दस एम सी एम पानी भरा हुआ था, निलंबित होने वाले सारे अधिकारी जल संसाधन विभाग के हैं. जिन अधिकारियों को शिवराज सरकार ने निलंबित किया है उनके नाम पी जोशी अधीक्षण यंत्री जल संसाधन, विजय कुमार जत्थाप उपयंत्री, अशोक कुमार उपयंत्री, दशाबंता सिसोदिया उपयंत्री,  आरके श्रीवास्तव उपयंत्री, सी एस घटोले मुख्य अभियंता, बीएल निनामा कार्यपालन यंत्री और वकार अहमद सिद्धकी एसडीओ शामिल हैं.


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कमल नाथ ने शिवराज सरकार पर साधा था निशाना


इससे पहले कारम डैम को लेकर शुक्रवार को पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमल नाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस नेता कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा, "मध्य प्रदेश के धार ज़िले के कारम डैम क्षतिग्रस्त मामले में 15 दिन बीत चुके है लेकिन अभी तक किसी भी दोषी पर कोई कार्यवाही नहीं…? शिवराज सरकार ने चार सदस्यीय जांच समिति बनाकर पांच दिन में इसकी जांच कर , कार्यवाही करने का दावा किया था लेकिन 11 दिन हो चले है , जांच रिपोर्ट कहां है , किसके पास है , अभी तक उसका ही पता नहीं और अभी तक कोई कार्यवाही नहीं. इस बांध को लेकर जिस तरह की बयानबाजियां हो रही है , उसी से समझा जा सकता है कि सरकार लीपा पोती में और दोषियों को बचाने में लग गयी है."


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