MP Cheetah News: शावकों की मौत से गुमसुम हुई 'सियाया', क्या चीता प्रोजेक्ट पर मंडराया संकट?
Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क में तीन शावकों की मौत के बाद चीता प्रोजेक्ट पर संकट के बादल मंडराना शुरु हो गए हैं. कूनो नेशनल पार्क में मरने वाले चीतों का आंकड़ा पांच हो गया.
Kuno National Park: देश में 70 साल बाद भारत में शुरु किए गए चीता प्रोजेक्ट (Cheetah Project) पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. तमाम प्रयासों के बाद एक- एक कर चीतों की मौत हो रही है. अभी हाल ही में कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में मादा चीता सियाया द्वारा जन्मे चार शावकों में से तीन शावकों की मौत हो गई है, जबकि जिंदा बचे एक शावक की हालत भी गंभीर बनी हुई है. कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन और डॉक्टरों की टीम इस शावक पर विशेष निगरानी बनाए हुए हैं. इधर शावकों की मौत के बाद से ही सियाया भी गुमसुम सी हो गई है.
बता दें 70 साल बाद भारत की धरती पर चीतों को बसाने की प्लानिंग के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रिका से चीते लाए गए हैं. 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं जन्मदिन के मौके पर नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था. जबकि बाद में दक्षिण अफ्रिका से 12 चीते लाए गए थे. इस तरह कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या 20 हो गई थी, इसके बाद ज्वाला मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिन और चीतों की संख्या में 24 हो गई थी, लेकिन एक- एक कर शावक सहित पांच चीतों की मौत हो गई है. अब कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या 18 बची है.
चीता प्रोजेक्ट पर एक नजर
- 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाए गए 8 चीता
- 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रिका से लाए गए 12 चीता
- 24 मार्च को मादा चीता ज्वाला (सियाया) ने जन्में 4 शावक
- 27 मार्च को हुई मादा चीता साशा की मौत
- 23 अप्रैल को हुई नर चीता उदय की मौत
- 09 मई को दक्षा की मौत
- 23 मई को हुई चीता शावक की मौत
- 25 को दो शावकों की मौत
- अब एक शावक ही शेष
- कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या अब 18
बीते दिन उठा था ये सवाल
कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश के मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक जसवीर सिंह चौहान की एक नोट शीट लिखी थी, जिसमें चीता प्रोजेक्ट को लेकर टेंशन बढ़ा दी है. मुख्य वन्यप्राणी ने नोटशीट में लिखा कि कूनो नेशनल पार्क से सात चीतों को अन्य जगह शिफ्ट किए जाने की बात कही थी. उन्होंने लिखा था कि कूनो नेशनल पार्क में पर्याप्त जगह नहीं है. मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक जसवीर सिंह चौहान ने चीतों को अन्य जगह शिफ्ट करने के लिए वन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएस कंसोटिया को नोटशीट लिखी थी. उन्होंने लिखा कि कूनो नेशनल पार्क में 21 चीतों को रखने की क्षमता है. शावक सहित चीतों की मौत के बाद अब कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या 18 ही बची है.
ये भी पढ़ें: Madhya Pradesh: प्याज के दाम को लेकर कांग्रेस ने दिया अल्टीमेटम, मैदान में उतरने की तैयारी