Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव (Mohan Yadav) ने शनिवार (3 फरवरी) को अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन और नीति विश्लेषण संस्थान में मंत्रि परिषद के दो दिवसीय प्रशिक्षण और ओरिएंटेशन कार्यक्रम 'मध्य प्रदेश लीडरशिप समिट' का शुभारंभ किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश लीडरशिप समिट से शासन में कुशलता और दक्षता आएगी. यह मंत्री-परिषद की नेतृत्व क्षमता को विकसित करने वाला प्रबोधन कार्यक्रम है.


सीएम मोहन यादव ने आगे कहा कि राज्य के मंत्री-परिषद के फैसले से पूरे प्रदेश की जनता प्रभावित होती है. इसलिए मंत्रि परिषद के सदस्यों का समय-समय पर प्रशिक्षण जरूरी है. प्रशिक्षण से शासन की बारीकियां सीखने का अवसर मिलेगा, जिससे प्रशासन में कसावट आएगी. साथ ही मंत्री-परिषद के फैसलों के माध्यम से इसका सीधा फायदा प्रदेश की जनता को मिलेगा. 


'मंत्री-परिषद का आत्मविश्वास बढ़ेगा'
मोहन यादव ने कहा कि इस प्रशिक्षण से मंत्री-परिषद के सदस्यों को भारत सरकार के मंत्रालयों और राज्य सरकार के विभागों के साथ तालमेल और समन्वय को सीखने का मौका मिलेगा. इसके अलावा सीनियर जन प्रतिनिधि और नीति आयोग के विशेषज्ञों के स्पीच से मंत्री-परिषद का आत्मविश्वास बढ़ेगा. इससे न सिर्फ शासन में बल्कि व्यक्तिगत जीवन को भी अनुशासित और सफल बनाने में मदद मिलेगी.


दरअसल अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन और नीति विश्लेषण संस्थान मध्य प्रदेश ने रामभाऊ म्हाळगी प्रबोधनी संस्थान के साथ मिलकर जन-प्रतिनिधियों के लिए दो दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम 'मध्य प्रदेश लीडरशिप समिट' आयोजित किया है. समिट के पहले दिन जन प्रतिनिधियों के ओरिएंटेशन के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव, वरिष्ठ जन प्रतिनिधि और नीति आयोग के विशेषज्ञों के स्पीच के कई सत्र आयोजित किए गए. वहीं लीडरशिप समिट के दूसरे दिन यानी आज (4 फरवरी) को सुबह से शाम तक कई सत्रों का आयोजन हो रहा है.



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