Madhya Pradesh News: शराब की दुकानों का तीन चरणों में ई टेंडर के जरिए होगा आवंटन, जानिए क्या क्या करना होगा
शराब दुकानों के ठेके छोटे-छोटे समूह बनाकर तीन चरणों में टेंडर के जरिए आवंटित किए जाएंगे. इसके लिए टेंडर लाइव कर दिए गए हैं.
Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश मे शराब की नई नीति आने के बाद प्रदेश के सत्रह जिलों में एक अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक की अवधि के लिए शराब दुकानों के ठेके छोटे-छोटे समूह बनाकर तीन चरणों में टेंडर के जरिए आवंटित किए जाएंगे. इसके लिए टेंडर लाइव कर दिए गए हैं. मध्य प्रदेश के सत्रह जिलों में सभी शराब दुकानों को वर्ष 2019-20 में प्रचलित समूहों के अनुरूप ही ई-टेंडर के जरिए आवंटित किया जाएगा.
पहला चरण
पहले चरण में इंदौर, बालाघाट, रीवा, सागर, जबलपुर और कटनी के ठेके लाइव किए गए है. इन्हें सात फरवरी को खोला जाएगा. ई टेंडर के लिए सात फरवरी को दोपहर एक बजे तक आनलाईन टेंडर प्रपत्र डाउनलोड और ई टेंडर आफर सबमिट किया जा सकेगा. सात फरवरी को दोपहर दो बजे टेंडर खुलेंगे और जिला समिति ई-टेंडर के माध्यम से ठेकों का निराकरण टेंडर खोलने की प्रक्रिया पूर्ण होने तक कर सकेगी.
दूसरा चरण
दूसरे चरण में भोपाल, सतना, शिवपुरी, खंडवा, भिंड और छिंदवाड़ा में आए दुकानों के समूहों के टेंडर 11 फरवरी को खोले जाएंगे. यहां के लिए भी एक फरवरी से ठेके लाइव हो गए है. 11 फरवरी को दोपहर एक बजे तक टेंडर जमा किए जा सकेंगे. दोपहर दो बजे टेंडर खोले जाएंगे इसके बाद जिला समिति इनका निराकरण करेगी.
तीसरा चरण
तीसरे चरण में ग्वालियर, नीमच, उज्जैन, राजगढ़ और मुरैना में 15 फरवरी को टेंडर खोले जाएंगे. ये टेंडर भी आज लाईव हो गए है. 15 फरवरी को दोपहर एक बजे तक टेंडर ऑफर सबमिट किए जाएंगे. दोपहर दो बजे टेंडर खुलेंगे. इसके बाद जिला समिति द्वारा ई टेंडर के माध्यम से निराकरण किया जाएगा.
भोपाल के 33 समूहों के लिए 1059 करोड़ आरक्षित मूल्य
राजधानी भोपाल के 33 समूहों के लिए एक फरवरी से शराब की दुकानों के टेंडर लाइव हो गए है. शराब कारोबारी 11 फरवरी को दोपहर एक बजे तक आनलाईन टेंडर जमा कर सकेंगे. 11 फरवरी को ही दोपहर दो बजे से टेंडर खोलने की प्रक्रिया शुरु होगी. आबकारी विभाग ने भोपाल के 33 समूहों के लिए 1059 करोड़ रुपए का आरक्षित मूल्य तय किया है.
कंपोटिज होंगी दुकानें
नई आबकारी नीति में प्रावधान किया गया है कि अब से देशी और विदेशी शराब की बिक्री एक ही दुकान से होगी. अब सभी दुकानों को कंपोटिज कर दिया गया है. प्रदेश में 11 डिस्टलरी के जिलों में सप्लाई के लिए टेंडर जारी नहीं होंगे. ऐसे में सभी 11 डिस्टलरी को सभी संभागों में विदेशी शराब की तरह ही गोदामों में शराब रखना होगा. वहां से शराब ठेकेदार शराब की गुणवत्ता और कीमत का अध्ययन कर अपनी दुकानों के लिए शराब खरीदेंगे.
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