Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में सावन के आखिरी सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी तिरंगे के रंग में रंगी नजर आई. राजाधिराज भगवान महाकाल ने उमा माहेश और चंद्रमौलेश्वर रूप में भक्तों को दर्शन दिए. भगवान महाकाल की सवारी में लाखों की संख्या में शिव भक्त शामिल हुए. बता दें कि सावन के सोमवार भगवान महाकाल नगर भ्रमण पर निकलते हैं. इस दौरान वे अलग-अलग रूपों में शिव भक्तों को दर्शन देते हैं. सावन के अंतिम सोमवार को भगवान महाकाल उमा महेश और चंद्रमौलेश्वर के रूप में प्रजा के हालचाल जाने निकले.
भारत माता की जय के नारे गूंजे
इस दौरान भगवान महाकाल की सवारी तिरंगे के रंग में रंगी हुई नजर आई. एक तरफ जहां सवारी मार्ग में उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह और पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल घोड़े पर सवार होकर तिरंगा लेकर निकले, वहीं दूसरी ओर भगवान महाकाल की सवारी में 'राजाधिराज महाकाल की जय' के साथ-साथ 'भारत माता की जय' के नारे भी गुंजायमान हुए. यह पहला मौका है जब भगवान महाकाल की सवारी तीन रंग में रंगी नजर आई.
भक्तों पर होती है शिव की कृपा
वैसे तो भगवान महाकाल की सवारी सावन के साथ-साथ भादो मास में भी निकलती है, लेकिन सावन के सोमवार की बात ही निराली है. पंडित राम गुरु के मुताबिक सोमवार भगवान शिव का वार होता है और ऐसे में सावन का महीना हो तो फिर भगवान शिव की कृपा निश्चित रूप से भक्तों पर होती है. यही वजह है कि सावन के सोमवार शिव भक्तों में अधिक उत्साह देखने को मिलता है.
पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत
राजाधिराज भगवान महाकाल जब नगर भ्रमण पर निकले तो शिव भक्तों ने पलक पावड़े बिछाकर भगवान महाकाल का स्वागत किया. कोरोना के बाद 2 साल तक भगवान महाकाल की सवारी संक्षिप्त मार्ग से गुजरी थी. इस बार परंपरागत मार्ग से गुजरने के कारण भी शिव भक्तों में अपार उत्साह देखने को मिला. भगवान महाकाल की सवारी को लेकर 1000 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी. भीड़ प्रबंधन के लिए पुलिस ने ड्रोन कैमरा, सीसीटीवी सहित हाईटेक इंतजाम भी किए थे.
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