जबलपुर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में चुनाव की आहट के साथ ही शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) सरकार एक-एक करके अपनी पुरानी योजनाओं को फिर जीवित करने में लगी है. अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर प्रदेश में 'माँ तुझे प्रणाम' योजना को फिर से शुरू किया जा रहा है. 2 मई को योजना में चयनित 196 लाड़ली लक्ष्मी बालिकाओं को अंतर्राष्ट्रीय सीमा वाघा-हुसैनीवाला (पंजाब) का भ्रमण कराया जाएगा.

 

शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने 2013 से प्रदेश में शुरू हुई इस योजना के तहत पहली बार प्रदेश की लाड़लियां लक्ष्मी बालिकाएं वाघा बार्डर जा रही हैं. ये लड़कियां 2 मई को अपरान्ह 3:30 बजे अमृतसर-दादर एक्सप्रेस से रवाना होंगी.

 

किन जिलों की कितनी बेटियां जाएंगी वाघा-हुसैनीवाला (पंजाब)
खेल और युवा कल्याण विभाग की 'माँ तुझे प्रणाम' योजना में भोपाल संभाग से 20 लाड़ली लक्ष्मियाँ, इंदौर संभाग से 31, ग्वालियर संभाग से 15, उज्जैन संभाग से 26, नर्मदापुरम संभाग से 11, शहडोल संभाग से 15, रीवा संभाग से 12, चम्बल संभाग से 9, सागर संभाग से 26, जबलपुर संभाग से 31 बालिकाओं को वाघा-हुसैनीवाला (पंजाब) के भ्रमण पर जाएंगी. 

 

12 हजार से ज्यादा युवा उठा चुके हैं योजना का लाभ
गौरतलब है कि योजना में अब तक लगभग 12 हजार 672 युवाओं को लेह-लद्दाख, करगिल-द्रास, आरएसपुरा, वाघा-हुसैनीवाला, तानोत माता का मंदिर, लोगेंवाल, कोच्चि, बीकानेर, बाड़मेर, नाथूराम-दर्रा, पेट्रापोल, तुरा, जयगांव, अडंमान निकोबार और कन्या कुमारी की अनुभव यात्रा कराई गई है. खेल और युवा कल्याण विभाग की इस योजना की चयनित बालिकाओं को गृह निवास यात्रा का किराया, दैनिक भत्ता, आवास, भोजन, स्थानीय यातायात व्यवस्था, रेल आरक्षण व्यवस्था, ट्रेक सूट, टी-शर्ट और किट बैग उपलब्ध कराए जाते हैं.

 

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