Mandsaur News : मंदसौर जिले के भानपुरा इलाके के ग्राम भैसोदा मंडी में संत रामपाल के अनुयायियों द्वारा दहेज मुक्त विवाह समारोह आयोजित किया गया था. यहां पर हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने हमला बोल दिया. इस हमले में संत रामपाल के अनुयायी की मौत हो गई, जबकि 3 लोग घायल हैं. इस मामले में मंदसौर पुलिस ने 20 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जबकि 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
आरोपी शैलेंद्र विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल का अध्यक्ष
टीआई गोपाल सूर्यवंशी ने बताया कि भैसोदा मंडी में संत रामपाल के अनुयायियों द्वारा सत्संग का कार्यक्रम रखा गया था. इस दौरान दहेज मुक्त विवाह भी आयोजित किया जा रहा था. यहां पर हेमंत नामक युवक का विवाह होना था. इस दौरान हिंदूवादी संगठन के शैलेंद्र ओझा, गोलू मीणा, कमल पाटीदार, राजू मेहर, कालू, महावीर गुर्जर, दीपक प्रजापत, मंगल पाटीदार और उनके अन्य 15-20 साथियों ने कार्यक्रम स्थल पर हमला बोल दिया.
आरोपियों के पास लाठी, लोहे की राड, धारदार हथियार और अवैध पिस्टल भी थी. जब पंडाल में मौजूद चार-पांच सौ लोगों ने बीच-बचाव की कोशिश की तो इस दौरान शैलेंद्र ओझा ने गोली चला दी. इस हमले में देवीलाल मीणा की दर्दनाक मौत हो गई जबकि जय श्री, नायरा सहित तीन लोग जख्मी है. घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. इस मामले में पुलिस ने 20 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.
टीआई श्री सूर्यवंशी के मुताबिक चार लोगों को हत्या और बलवे के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी शैलेंद्र विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल खंड अध्यक्ष बताया जा रहा है, जबकि अन्य आरोपी भी हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं.
नास्तिक होने का आरोप लगाकर किया हमला
जांच अधिकारी गोपाल सूर्यवंशी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से कड़ी पूछताछ की जा रही है. उन्होंने पूछताछ के दौरान बताया कि संत रामपाल बाबा देवी-देवताओं को नहीं मानते हैं इसलिए उनके कार्यक्रमों को लेकर हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं को एतराज था, इसी वजह से हमला किया गया है. इस पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस लगातार छापामार कार्रवाई कर रही है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के दौरान हमले के और भी कारण निकल सकते हैं.
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