The name of Thane is scrolled on Bhopal Traffic Sign: "थम्बा (मराठी के इस शब्द का अर्थ है रुकें), ठाणे नगर निगम में आपका स्वागत है." दरअसल भोपाल (Bhopal) के वाहन चालकों को शुभाष नगर (Subhash Nagar) में यह मजेदार सिग्नल नए रेल ओवरब्रिज से पहले ट्रैफिक सिग्नल (Traffic Signal) पर देखने को मिल जाता है. यह भले ही यहां से गुजरने वालों के लिए कुछ देर के लिए मजेदार लगे, लेकिन यहां से गुजरने वाले यात्रियों के बीच इसने अपना विश्वाश खो दिया है. भोपाल के सुभाष नगर में मराठी और अंग्रेजी में ठाणे के ट्रैफिक का सिग्नल देने के बावजूद, बीते एक महीने से यहां से गुजरने वाले यात्रियों के साथ जिम्मेदार अधिकारियों ने भी कोई ध्यान नहीं दिया है.
शुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती से पहले इस सिग्नल को बनाया गया था
बीते साल 23 फरवरी को नेताजी शुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने के रेल-ओवरब्रिज के उद्घाटन से पहले इसको वहां लगाया गया था. यह रेल-ओवरब्रिज पुराने शुभाष नगर को नए एमपी नगर से जोड़ता है. लेकिन यह विशेष सिग्नल भोपाल और ठाणे की 750 किमी. की दूरी को पाटने का काम करता है. इसके खराब होने के बाद, यहां हफ्ते भर रेल-ओवरब्रिज के उद्घाटन के लिए ट्रायल हुआ, साथ ही ट्रैफिक की तेज रफ्तार आवाजाही के लिए कई सुधार किये गए. इन सब के बावजूद, इसके सुधार पर किसी का ध्यान नहीं गया.
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एमपी लोक निर्माण विभाग और रेलवे ने मिलकर इस ओवरब्रिज का निर्माण किया, जबकि ट्रैफिक के सुचारू रूप से जारी रखने के लिए ट्रैफिक नियमों सही ढंग से लागू करने के लिए भोपाल पुलिस जिम्मेदार है, जबकि शहर में स्ट्रीट लाइट लगाने और ट्रैफिक लाइट के लिए भोपाल म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) जिम्मेदार है. लेकिन सभी जिम्मेदार संस्थानों ने इसको ठीक करवाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया.
अधिकारियों ने इस संबंध में बताई यह बात
इस संबंध में BMC के एडिशनल कमिश्नर ने बताया कि, "ट्रैफिक सिग्नल की खरीद और उसके रखरखाव की जिम्मेदारी म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन जिम्मेदार है, इस मामले में हम BMC के नियमों के मुताबिक जांच कर आगे की कार्रवाई करेंगे. वहीं भोपाल के एडिशनल डीसीपी संदीप दीक्षित ने कहा कि, "बीएमसी को सिग्नल के गलत स्क्रॉल की जानकारी दे दी गई है. साथ ही इस मार्ग पर होने वाले ट्रैफिक को देखते हुए टाइम रोटेशन में भी बदलने की शिफारिश की गई है."
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