नाग और सपेरे तक पहुंची मध्य प्रदेश की सियासत, कृषि मंत्री कमल पटेल ने कमलनाथ को बताया नाग तो दिग्विजय सिंह को सपेरा
इंदौर एक दिन के प्रवास पर आए कृषि मंत्री कमल पटेल ने शनिवार शाम रेसीडेंसी कोठी पर प्रेसवार्ता कर अपनी बात रखी. किसानों की आत्महत्या व कृषि आंदोलन पर पत्रकारों के सवालों के जवाब भी दिए.
MP News: मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने प्रेसवार्ता के दौरान कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को लेकर बड़ा बयान दिया है. दरअसल मंत्री ने कमलानाथ को नाग ठहराया तो वहीं दिग्विजय सिंह को सपेरा. कृषि मंत्री पटेल ने दावा किया है की मध्य प्रदेश में एक भी किसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या नहीं की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के भगवान हैं- कृषि मंत्री कमल पटेल
दरअसल इंदौर एक दिन के प्रवास पर आए कृषि मंत्री कमल पटेल ने शनिवार शाम रेसीडेंसी कोठी पर प्रेसवार्ता कर पहले अपनी बात रखी. किसानों की आत्महत्या व कृषि आंदोलन पर फिर पत्रकारों के सवालों के जवाब भी बेबाकी से दिए. वहीं उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के भगवान हैं. मध्य प्रदेश सरकार ने सोलह हजार किसानों के खाते में ५०२ करोड़ रुपए डालते हुए उनकी मदद ही की है. मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने पत्रकारों से चर्चा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर तंज कसते हुए उन्हें नाग बता दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि सपेरे दिग्गी के चक्कर में आकर नाग निपट गए.
दिग्गी हैं दीमक- मंत्री पटेल
कृषि मंत्री ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वह संघ को दीमक कह रहे है जबकि असल में खुद दिग्गी ही देश के दीमक हैं. जो देश और कांग्रेस दोनों को खा गए. कृषि मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों को लेकर नई नीति बना रही है जबकि कांग्रेस हमेशा से ही घड़ियाली आंसू बहाती रही है. उन्होंने नकली बीज मामले में कहा की अभी तक कुल 80 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है, जो लगातार जारी है. वहीं मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री मोहन यादव द्वारा महात्मा गांधी पर की गई टिप्पणी पर कांग्रेस के विरोध पर कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी गांधीवादी आदर्श है, गांधी की विचारधारा को भाजपा ने अपनाया है और कांग्रेस ने केवल उनके नाम को अपनाया है.
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