Khandwa News: जबलपुर के हॉस्पिटल में लगी आग से प्रशासन ने लिया सबक, खंडवा जिला अस्पताल में एनडीआरएफ ने किया मॉक ड्रिल
MP News: मध्य प्रदेश के खंडवा जिला अस्पताल में आग, भूकंप और किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ और फायर ऑफिसर ने मॉक ड्रिल कर रेस्क्यू का जिला अस्पताल में डेमोंसट्रेशन किया.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) में निजी अस्पताल में हुई आगजनी की घटना के बाद अब प्रदेश के दूसरे जिले अपने यहां सतर्कता बरत रहे हैं. खंडवा (Khandwa) में एक डेमोंसट्रेशन के माध्यम से आग और भूकंप के बचाव या किसी भी आपातकालीन स्थिति से कैसे निपटा जाए इसको लेकर अभ्यास किया गया. एनडीआरएफ और फायर फाइटर की टीम ने मॉक ड्रिल कर रेस्क्यू का जिला अस्पताल में प्रदर्शन किया.
खंडवा जिला अस्पताल में रेस्क्यू का डेमोंसट्रेशन किया गया
जबलपुर में हुए हादसे से पूरे देश के अस्पतालों में मौजूद सुरक्षा संसाधनों को लेकर चिंता सताने लगी. मध्य प्रदेश के अस्पतालों में सुरक्षा के क्या इंतजाम है यह भी बड़ा सवाल है. इसी के चलते मंगलवार को खंडवा में आपदा प्रबंधन होम गार्ड द्वारा डेमोंसट्रेशन किया गया. एनडीआरएफ ने खंडवा के जिला अस्पताल में मॉक ड्रिल किया जिसमें आगजनी और भूकंप में कैसे बचाव किया जाए इसको लेकर अभ्यास किया गया. मॉकड्रिल के दौरान भवन के अंदर आपात स्थिति में फंसे हुए व्यक्तियों को निकालते हुए दिखाया गया. साथ ही उस दौरान क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए इसकी भी जानकारी दी गई.
भूकंप और आपदा पर भी जानकारी दी गई
इस मॉकड्रिल के दौरान भूकंप और आपदा पर भी जानकारी दी गई. इसमें दिखाया गया कि नन्द कुमार सिंह चौहान गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज खंडवा की बी ब्लॉक की इमारत ढह गई थी. जिसमें 15 से 20 पेसेंट और मेडिकल कर्मचारी फंस गए थे. घटना स्थल पर पहुंचने पर एनडीआरएफ की टीम ने प्रारंभिक आकलन किया और एक साथ ऑपरेशन बेस, कमांड पोस्ट, मेडिकल पोस्ट, कम्युनिकेशन पोस्ट स्थापित किए. आकलन के तुरंत बाद टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और कटिंग उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए इमारत में फंसे पीड़ितों को बचाया. तीसरी मंजिल पर फंसे अन्य पीड़ितों को विभिन्न रस्सी बचाव तकनीकों द्वारा बचाया गया. सभी पीड़ितों को तत्काल उपचार के बाद अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया.
एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन ने किया मॉक ड्रिल
यह पूरा मॉक अभ्यास इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम के दिशानिर्देशों के अनुसार आयोजित किया गया था और उसके अनुसार पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया. इस मॉक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य भूकंप और आपदा के दौरान प्रभावित हुए व्यक्तियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी रेस्पॉन्स एजेंसियों का रेस्पॉन्स चेक करना व आम जन के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना, राहत व बचाव कार्य के संचालन में आने वाली कमियों की समीक्षा कर उन्हें दूर करना भी है. इस मॉक अभ्यास को लेकर खंडवा कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने कहा कि खंडवा जिले के लिए अधिकृत एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन द्वारा भूकंप की स्थति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया गया. इस मॉक ड्रिल में बताया गया है कि ऐसी स्थति में कैसे राहत और बचाव कार्य किया जाता है.