(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP News: जबलपुर में धान खरीदी में बड़ा फर्जीवाड़ा, 2 गोदामों में मिली एक लाख से ज्यादा खराब धान की बोरियां
Jabalpur: जबलपुर में ऐसे 36 वेयर हाउस हैं, जिनमें अनुमति के बिना MSP पर खरीदी के लिए किसानों का धान इकट्ठा किया गया. धान खरीदी में गड़बड़ी के मामले में अभी तक कई अधिकारियों को सस्पेंड किया जा चुका है.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के जबलपुर (Jabalpur) जिले में हर रोज धान खरीदी में गोलमाल उजागर हो रहा है. मंगलवार (9 जनवरी) को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की टीम ने दो वेयर हाउस में सवा लाख बोरी खराब धान पकड़ा. सैंपलिंग के दौरान दोनों वेयर हाउस में कई बोरियों में रखा धान मिक्स पाया गया है, जबकि कई में नॅान एफ.ए.क्यू धान रखा पाया गया था. हैरानी की बात यह है कि दोनों वेयर हाउस को धान खरीदी की अनुमति भी नहीं मिली थी. इसके बावजूद उनके गोदाम में सरकारी बारदाने में किसानों के धान रखे मिले.
खाद्य एवं नागरिग आपूर्ति विभाग द्वारा भोपाल से भेजे गये अधिकारियों और सर्वेयरों की टीम ने एसडीएम अभिषेक सिंह की मौजूदगी में शहपुरा स्थित उन दो गोदामों के भीतर रखे धान के सैंपल लिए, जहां खरीदी केंद्र नहीं बनाये जाने के बावजूद बड़ी मात्रा में धान का भंडारण पाया गया. प्रभारी जिला आपूर्ति नियंत्रक सी एस जादौन ने बताया कि आधिकारियों और सर्वेयर की टीम ने कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर शहपुरा तहसील के अंतर्गत खमदेही स्थित प्रमोद कुर्मी वेयर हाउस और बलराज वेयर हाउस के भीतर स्टेकिंग कर रखे गए धान के सैंपल लिए हैं.
सैंपल रिपोर्ट आने के बाद होगी कड़ी कार्रवाई
उन्होंने बताया कि प्रमोद कुर्मी वेयर हाउस में 76 हजार बोरियों में धान का स्टेक लगाया गया था. इसी प्रकार बलराम वेयर हाउस में 48 हजार बोरियों में धान की स्टेकिंग की गई है. प्रभारी जिला आपूर्ति नियंत्रक जादौन के मुताबिक सैंपल लेने के दौरान दोनों वेयर हाउस में कई बोरियों में रखे धान मिक्स पाए गए है. कई बोरियों में नॅान एफ.ए.क्यू धान रखा पाया गया. उन्होंने बताया कि सर्वेयरों द्वारा लिए धान के सैंपल जांच रिपोर्ट में यदि अमानक धान पाए जाते है या कोई गंभीर अनियमितता पाई जाती है तो वेयर हाउस संचालकों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. इनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जा सकती है.
पहले भी कई अधिकारियों को किया गया है सस्पेंड
बताया जा रहा है कि वेयर हाउस संचालकों द्वारा घटिया धान खपाने की तैयारी थी. इसमें मार्कफेड के उन अधिकारियों की भी मिली भगत थी, जिन्होंने उन्हें नियम के खिलाफ सरकारी बारदाने उपलब्ध कराए. जबलपुर में ऐसे 36 वेयर हाउस है, जिनमें अनुमति न होने के बावजूद एमएसपी पर खरीदी के लिए किसानों का धान इकट्ठा किया गया. धान खरीदी में गड़बड़ी के मामले में अभी तक कई अधिकारियों को सस्पेंड किया जा चुका है.