MP Vidhan Sabha Winter Session 2022: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में आज सोमवार से शुरू हो रहे से विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Vidhan Sabha Winter Session) में कांग्रेस पार्टी (Congress), शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी. पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ (Kamalnath) के आवास पर रविवार को आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया.


इस दौरान बैठक को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी की सरकार हर मोर्चे पर विफल हो गई है, यह जनता के बीच विश्वास खो चुकी है. इन परिस्थितियों में कांग्रेस विधायक विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे. वहीं मध्य प्रदेश के प्रभारी महामंत्री जयप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि हमारे विधायकों की यह जिम्मेदारी है कि वह पुरजोर ढंग से जनता के मुद्दे विधानसभा में उठाएंगे. 


नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने लगाए ये आरोप


नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इसके लिए शिवराज सरकार के खिलाफ विस्तृत आरोप पत्र तैयार कर लिया है. उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान इस आरोप पत्र के माध्यम से कांग्रेस पार्टी, बीजेपी की जन विरोधी नीतियों को घेरेगी. सभी विधायकों ने आम राय से यह मत व्यक्त किया कि शिवराज सरकार हर बार कोई ना कोई बहाना खड़ा करके, विधानसभा की कार्यवाही समय से पहले समाप्त करने का षडय़ंत्र करती है. कांग्रेस मानती है कि विधानसभा की प्रतिदिन की बैठक शाम पांच बजे के बजाए देर शाम तक चलाई जाएगी आवश्यकता हो तो रात नौ बजे तक बैठक चले.


खाद के लिए मारे मारे फिर रहे किसान- सज्जन सिंह 


बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और तरुण भनोट ने कहा कि शिवराज सरकार एक के बाद एक घोटालों से घिरी हुई है. मध्य प्रदेश में महंगाई और बेरोजगारी अपने चरम पर है. वहीं उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था बुरी तरह लचर हो गई है, जबकि किसान खाद के लिए मारे मारे फिर रहे हैं. विधानसभा में कांग्रेस पार्टी समाज के हर वर्ग की समस्या को पुरजोर तरीके से उठाएगी. 


सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि बीजेपी की कथनी और करनी में बहुत फर्क है. अगर बीजेपी अपने वादे पर कायम रहती है और सत्र को सुचारू रूप से चलाती है तो कोई बात नहीं है, लेकिन अगर विधानसभा सत्र को नियमों के मुताबिक नहीं चलाया गया तो कांग्रेस के विधायक हर लोकतांत्रिक विकल्प का प्रयोग करने के लिए स्वतंत्र हैं. विधायक दल की बैठक में पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ, मध्य प्रदेश के प्रभारी महामंत्री जयप्रकाश अग्रवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति सहित वरिष्ठ नेता और कांग्रेस के विधायक शामिल हुए.


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