![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
MP News: मुस्लिम व्यक्ति ने एनीमिया पीड़ित हिन्दू बच्चे को खून देकर पेश की अनूठी मिसाल, 13 बार से अधिक कर चुके हैं रक्तदान
मध्य प्रदेश के रफत खान इस साल 13 बार से अधिक रक्तदान कर चुके हैं. वहीं उन्होंने एनीमिया से पीड़ित से एक बच्चे से को रक्त देकर समाज में एक अनूठी मिसाल पेश की हैं, बच्चे की हालत अब स्थिर है.
![MP News: मुस्लिम व्यक्ति ने एनीमिया पीड़ित हिन्दू बच्चे को खून देकर पेश की अनूठी मिसाल, 13 बार से अधिक कर चुके हैं रक्तदान Madhya Pradesh Muslim man Donated blood presented unique example by giving blood to Hindu child suffering from anemia MP News: मुस्लिम व्यक्ति ने एनीमिया पीड़ित हिन्दू बच्चे को खून देकर पेश की अनूठी मिसाल, 13 बार से अधिक कर चुके हैं रक्तदान](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/11/01/038510a51287e4d9216d02a511707d391667324798771265_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
MP Communal Harmony News: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले (Chhatarpur District) में एक मुस्लिम (Muslim) व्यक्ति ने खून की कमी (Anemia) से पीड़ित 60 दिन के एक हिंदू (Hindu) बच्चे की जान बचाने के लिए निस्वार्थ भाव से रक्तदान (Blood Donate) किया. उनके इस कार्य की इलाके के लोग खूब सराहना कर रहे हैं.
शनिवार को जब 36 वर्षीय रफत खान को बच्चे की गंभीर स्थिति के बारे में फोन आया, तो वह एक सेकंड के लिए भी नहीं हिचकिचाए और अपनी मोटरसाइकिल से तुरंत जिला अस्पताल पहुंच गए. खान नमाज अदा करने के लिए अपने घर से निकलने ही वाले थे, इसी दौरान उन्हें फोन आया कि विकास गुप्ता एनीमिया से पीड़ित हैं और उसे ‘ए पॉजिटिव’ रक्त की सख्त जरूरत है.
दलाल ने खून दिलाने के नाम पर बच्चे के पिता से की थी ठगी
खान ने रविवार को बताया कि, ‘‘बिना कुछ सोचे-समझे मैंने अपनी मोटरसाइकिल उठाई और बीमार बच्चे को रक्तदान करने के लिए जिला अस्पताल पहुंच गया.’’ उन्होंने ने कहा कि बच्चे के पिता और मनोरिया गांव के निवासी जितेंद्र ने खून नहीं मिलने पर मुझसे संपर्क किया था और कहा कि एक दलाल ने खून की व्यवस्था करने के नाम पर उन्हें (जितेंद्र को) धोखा दिया है. रफत खान ने बताया कि दलाल ने खून की व्यवस्था करने के नाम पर जितेंद्र से कथित तौर पर 750 रुपये ले लिए थे.
रक्तदान के बाद बच्चे की हालात में आया है सुधार
जितेंद्र ने इस संबंध में बताया कि, ‘‘खान के रक्तदान करने के बाद मेरे बेटे की हालत में काफी सुधार आया है. वह एक फरिश्ते की तरह आए और मुस्कुराते हुए मेरे बच्चे को रक्त दान किया. मेरे बच्चे को खून की सख्त जरूरत थी.’’
रफत खान साल में 13 बार से अधिक कर चुके हैं रक्तदान
जिला अस्पताल में विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई के प्रभारी बाल रोग विशेषज्ञ डॉ़. मुकेश प्रजापति ने कहा कि खून मिलने के बाद बच्चे की हालत स्थिर है. उन्होंने बताया कि रफत खान ने एक साल की अवधि में कम से कम 13 बार रक्तदान कर चुके हैं. वहीं रक्तदान करने वाले खान ने कहा, ‘‘इस नेक काम से मुझे खुशी और संतुष्टि मिलती है, इसलिए मैं ये काम बार-बार करता हूं.’’
यह भी पढ़ें:
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. अमित सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/8c07163e9831617114971f5a698471b5.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)