MPPSC Topper Naureen Qureshi: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने धार्मिक नगरी उज्जैन (Ujjain) की रहने वाली नौरीन कुरैशी (Naureen Qureshi) को यंग अचीवर्स अवार्ड (Young Achievers Award) से सम्मानित किया है. नौरीन ने आर्थिक तंगी के बावजूद अपने बुलंद हौसलों और कठिन परिश्रम से मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (MPPSC) में टॉप कर असिस्टेंट प्रोफेसर (Assistant Professor) के पद पर चयनित हुईं हैं.
उज्जैन की रहने वाली एमपीपीएससी टॉपर नौरीन कुरैशी शुरू से ही पढ़ने में मेहनती और होशियार थीं, हालांकि उनकी पारिवारिक आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर थी. यही वजह थी कि उन्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. एक समय तो ऐसा आया जब हायर सेकेंडरी पास करने के बाद नौरीन के पास कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए पैसे नहीं थे.
पैसे न होने पर कॉलेज के प्रोफेसर ने नौरीन की भरी फीस
आर्थिक तंगी के कारण नौरीन कुरैशी ने कॉलेज की पढ़ाई छोड़ने का फैसला कर लिया था, लेकिन उनकी प्रतिभा और शिक्षा के प्रति उनकी लगन देखकर एक प्रोफेसर ने उनकी कॉलेज फीस जमा कर दी. इससे नौरीन के आगे की पढ़ाई जारी रखने के हौसले को बल मिला, उन्होंने मदद करने वाले प्रोफेसर से वादा किया कि वह प्रोफेसर बन कर उनका यह कर्ज चुकाएंगी. आखिरकार नौरीन ने खुद से किये गए इस वादे को पूरा किया.
एमपीपीएससी परीक्षा में टॉप कर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयनित होने के बाद, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नौरीन को बधाई देने के साथ उन्हें यंग अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया है. इस साल मध्य प्रदेश के 101 लोगों यंग अचीवर्स अवार्ड से नवाजा गया है, जिनमें से एक नौरीन भी शामिल हैं.
विदिशा की सना के बाद उज्जैन की नौरीन बनी मिसाल
बीते दिनों विदिशा की रहने वाली सना अली ने भी आर्थिक परेशानियों के बावजूद इसरो में टेक्निकल असिस्टेंट का पद चयनित हुई हैं. इसी तरह उज्जैन की नौरीन ने भी विपरीत परिस्थितियों में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी हासिल कर इस बात का प्रमाण दिया है कि, आर्थिक तंगी किसी भी सफलता में बाधा नहीं बन सकती है. विपरीत परिस्थितियों में भी मेहनत और लगन के साथ किसी कार्य को किया जाए तो सफलता कदम चूमती है.
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