जबलपुर: अजमेर-जबलपुर दयोदय एक्सप्रेस ट्रेन 6 दिसंबर से एलएचबी कोच के रैक से चलेगी. इस नए अत्याधुनिक कोच से इस गाड़ी की सुरक्षा और गति दोनों बढ़ जाएगी.दयोदय एक्सप्रेस अभी 24 कोचों से चलती है. इस संबंध में जबलपुर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ( सीनियर डीसीएम) विश्वरंजन ने बताया कि जबलपुर से अजमेर के बीच चलने वाली दयोदय एक्सप्रेस (गाड़ी नंबर 1181/1182) 6 दिसंबर से जर्मन तकनीकी से निर्मित एलएचबी (लिंक हाफमन बुश) कोचों से चलेगी.


ये हैं नए कोच की खासियतें


बता दें कि नए कोच पुराने कोचों की अपेक्षा 1.7 मीटर अधिक लंबे हैं. इसमें यात्रियों के लिए सभी श्रेणियों में बर्थ भी सामान्य कोचों की तुलना में ज्यादा है. साथ ही इन कोचों के साथ ट्रेन को अधिकतम 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जा सकता है. ये कोच काफी सुरक्षित भी हैं. इनकी खासियत है कि कोई अप्रत्याशित दुर्घटना होने पर यह कोच एक-दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते हैं. वहीं सीनियर डीसीएम विश्वरंजन के मुताबिक एलएचबी रैक के इन कोचों में यात्रा भी ज्यादा आरामदायक होती है, क्योंकि इनमें जर्क नहीं लगता है.उल्लेखनीय है कि वर्तमान में जबलपुर रेल मंडल द्वारा अनेक मेल/एक्सप्रेस गाड़ियों को इस तकनीकी से निर्मित कोचों से चलाया जा रहा है.


कपूरथला में बनते है एलएचबी कोच

बता दें कि एलएचबी कोच पंजाब की रेल कोच फैक्टरी कपूरथला में बनाये जाते हैं.एलएचबी कोच सबसे पहले गतिमान एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में लगाये गए थे. बाद में भारतीय रेलवे ने सभी ट्रेनों में जल्द से जल्द एलएचबी कोच लगाने का फैसला किया है.यह कोच सुरक्षा, गति, क्षमता, आराम के मामलों में पुराने कोच से बेहतर हैं.ये कोच एल्युमीनियम से बनाए जाते हैं.इस वजह से हल्के होते हैं,इन कोचों में डिस्क ब्रेक का प्रयोग होता है. इनकी अधिकतम रफ्तार 200 किमी प्रति घंटे होती है और इसमें बैठने की क्षमता ज्यादा होती है.


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