Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में नाबालिग बच्चों के साथ ज्यादती के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इस बीच रायसेन के गांव ढीमर ढाना से एक और मामला सामने आया है, जहां आरोपी ने नाबालिग को घर में अकेला पाकर बच्ची को अपनी हवस का शिकार बना डाला. हद तो तब हो गई, जब इतनी जघन्य घटना के बाद भी फरियादी पीड़िता को अपनी रिपोर्ट लिखवाने के लिए दिनभर भटकना पड़ा.
पीड़िता की मां ने रायसेन महिला थाने आकर अपनी बच्ची के साथ हुई हैवानियत की दास्तां पुलिस को सुनाई, इसके बाद भी पुलिस ने पीड़ित परिवार को नियम कायदे का पाठ पढ़ाते नजर आई. मीडिया के हस्तक्षेप के बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने पीड़िता की रिपोर्ट दर्ज कराने का आश्वासन दिया. इस पूरी घटना ने पुलिस की संवेदनशीलता पर भी सवाल खड़े किए हैं.
48 घंटे बाद भी दर्ज नहीं हुई रिपोर्ट
ऐसे गंभीर मामले किसी मेट्रो सिटी में सामने आ जाते तो पुलिस फरियादी के इर्द-गिर्द नजर आती है. फिलहाल घटना के 48 घंटे बाद पीड़िता की रिपोर्ट ना तो बरेली थाने में दर्ज हुई और ना ही जिला मुख्यालय पर बने महिला थाने में. पीड़िता के माता-पिता न्याय की गुहार लगाते हुए अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर लगाते नजर आए.
घर पर अकेली देख बनाया शिकार
पीड़िता की मां ने बताया कि उनके पति झगड़े के एक झूठे मामले में जेल में बंद थे. पिछली 14 जुलाई को गांव का बदमाश अभिषेक ठाकुर ने मेरी 16 साल की मासूम के साथ घर पर अकेली देख धमकी देते हुए जोर जबरदस्ती कर बुरा काम कर गया. मासूम ने डर के कारण घर पर किसी को कुछ नही बताया. लेकिन रविवार 23 जुलाई को वो फिर एक बार सूने घर मे आकर मेरी बच्ची के साथ गलत काम करके चला गया.
दी जान से मारने की धमकी
इस बार घटना के समय मेरे पति जेल से छूट कर आ चुके थे, लेकिन उस समय वह खेत पर मेरे साथ धान लगाने गए हुए थे. मेरे छोटे बच्चे स्कूल गए थे और घर पर बच्ची अकेली थी. जब हम शाम खेत पर से लौटे तो बच्ची रोते हुए मां से लिपट गयी और पूरी घटना के बारे में बताया और ये भी बताया कि आरोपी धमकी देकर गया कि अभी तो तेरे बाप को जेल भेजा था तूने किसी को कुछ बताया तो तेरे बाप को जान से मार दूंगा. इसके बाद रात भर किसी तरह निकली और सुबह हम महिला थाने रायसेन आकर पूरी बात पुलिस को बताई. पीड़ित परिवार को डर है कि बदमाश इस बीच उनके साथ कोई भी घटना कार्य कर सकता है.
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