Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में राजनीति में उतरकर अपनी पार्टी बनाने वाले रिटायर्ड आईएएस वरद मूर्ति मिश्रा की राह पर एक और आईएएस मनोहर अगनानी भी चल पड़े हैं. आईएएस ऑफिसर मनोहर अगनानी वीआरएस लेने जा रहे हैं. आईएएस अगनानी ने बीते छह दिसंबर को वीआरएस मांगा था, जिसके बाद छह जनवरी 2023 को मनोहर अगनानी रिटायर हो जाएंगे.


बता दें कि वीआरएस के लिए अधिकारी द्वारा तीन महीने पूर्व सूचना देने का नियम है, लेकिन सरकार ने इस नियम में छूट दे दी है. बता दें कि बीते दिनों आईएएस अधिकारी वरद मूर्ति मिश्रा ने भी वीआरएस लेकर अपनी अलग राजनीतिक पार्टी बनाकर राजनीतिक जीवन की शुरुआत की है. ऐसे में अब मनोहर अगनानी के अगले कदम पर सभी की नजरें लगी हुई है. फिलहाल, मनोहर अगनानी केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ हैं.


शिवराज सरकार पर ही साधा निशाना
मध्य प्रदेश प्रशासनिक सेवा के 1996 बैच के अधिकारी वरद मूर्ति मिश्रा ने भी वीआरएएस लेकर राजनीति में उतरने का ऐलान कर दिया है. वरद मूर्ति मिश्रा ने अपनी पार्टी बनाने की बात कही है और आगामी विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया है. वरद मूर्ति मिश्रा प्रदेश के 26 जिलों में महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं. पूर्व आईएएस ने रिटायरमेंट के बाद शिवराज सरकार पर निशाना साधा और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर सवाल खड़े किए थे. इसके बाद से ही कयास लग रहे थे कि वरद मूर्ति मिश्रा राजनीति में आ सकते हैं और इसके कुछ समय बाद ही वरद मूर्ति मिश्रा ने राजनीति में आने का ऐलान कर दिया था.


यूपी में भी लगी बीआरएस की होड़
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में भी इन दिनों उच्च पदों पर बैठे अफसरों में बीआरएस लेने की होड़ सी मची है. कुछ महीने पहले ही उत्तर प्रदेश में अलग-अलग समय पर पांच आईएएस अधिकारियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी. इनमें यूपी सरकार के राजस्व विभाग के विशेष सचिव जी श्रीनिवासुलु, जूथिका पाटणकर, रेणुका कुमार, विकास गोठलवाल और विद्या भूषण का नाम शामिल है.




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