MP Politics News: मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख पास आ रही है, वैसे-वसे सियासत और गरमा रही है. दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मध्य प्रदेश के चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जा रही है. इसी बीच सोशल मीडिया पर यह बात तेजी से फैल रही है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हटाकर किसी और बड़े नेता को सीएम की कुर्सी संभालने के निर्देश दिए जा सकते हैं. इस कड़ी में मध्य प्रदेश के कई नेताओं के नाम तक चल रहे हैं. इस पूरे मामले को लेकर एबीपी न्यूज ने पड़ताल की है.
दरअसल, मध्य प्रदेश बीजेपी की सियासत में जब भी भूचाल आता है, तब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सारी विपदाओं को टाल देते हैं. एमपी की सियासत में कई बड़े बदलाव हुए, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का जब भी नाम आया तब मामला टल गया. इस बार राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर किसी बड़े नेता की ताजपोशी को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर खबरें वायरल हो रही है. वहीं मंगलवार को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक जारी है, जिसमें एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, कैलाश विजयवर्गीय सहित 15 नेता शामिल होंगे. इस बैठक में मिशन 2023 को लेकर विचार विमर्श होगा.
केवल चुनाव को लेकर चल रही है चर्चा
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नेताओं द्वारा मिशन 2023 को लेकर लगातार मंथन किया जा रहा है. पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक अभी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हटाने को लेकर कोई मुद्दा नहीं है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव 2023 लड़ा जाएगा. पार्टी के आधिकारिक सूत्र इस बात की भी पुष्टि करते हैं कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ही सबसे ज्यादा विधायकों का समर्थन है. इसके अलावा पार्टी भी उनकी कार्यशैली से काफी खुश है.
शिवराज को संघ का भी समर्थन
भारतीय जनता पार्टी में संघ का अप्रत्यक्ष रूप से हस्तक्षेप के बारे में राजनीति के सभी जानकारी जानते हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी संघ की पसंद है इसीलिए वे लगातार मुख्यमंत्री पद पर काबिज है. वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा के मुताबिक अभी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश की बीजेपी की राजनीति के आधार स्तंभ बन गए हैं. फिलहाल, मिशन 2023 के पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को किसी भी कीमत पर हटाया नहीं जाएगा. विधानसभा चुनाव 2023 के बाद भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास बड़ी जिम्मेदारियां रहने वाली है.