Madhya Pradesh News: भोपाल में एक 64 वर्षीय बुर्जुग की किडनी से दो लोगों को जीवनदान मिला है. बुर्जुग की एक किडनी भोपाल तो दूसरी इंदौर भेजी गई है. सोमवार की शाम 6.12 बजे रवाना की गई किडनी महज दो घंटे में ही 189 किलोमीटर का सफर तय कर इंदौर पहुंच गई. हालांकि, इस दौरान तीन जिलों की पुलिस सीहोर, देवास व इंदौर पुलिस के 80 जवानों का विशेष सहयोग रहा. 


जानकारी के अनुसार भोपाल निवासी 64 वर्षीय चंद्रभूषण सिंह का इलाज राजधानी भोपाल के बंसल अस्पताल में चल रहा था. इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया. वहीं उनके पड़ोस में रहने वाले डॉ. संजीव ने उनके परिजनों को बुर्जुग चंद्रभूषण सिंह के अंगदान की सलाह दी. डॉक्टर संजीव सिंह की सलाह पर परिजन मान गए. इसके बाद पूरे परिवार ने फैसला किया कि यदि ऐसा करने से किसी को नई जिंदगी मिलती है तो यह अच्छा होगा.


परिवार की सहमति के बाद शुरु हुई प्रक्रिया
बता दें 64 वर्षीय भूषण सिंह सांस की बीमारी से पीड़ित थे, जिससे ऑक्सीजन की कमी से उन्हें हार्ट अरेस्ट हो गया. परिजनों की सहमति के बाद अंगदान की प्रक्रिया शुरु हुई. भूषण सिंह की किडनी राजधानी भोपाल के ही बंसल अस्पताल में एक जरुरतमंत को दी गई, जबकि दूसरी किडनी इंदौर के अस्पताल को अलॉट की गई. वहीं आंखे जीएमसी भोपाल को दी गई. 


किडनी दो घंटे में पहुंची इंदौर
बता दें कि बंसल अस्पताल से दूसरी किडनी इंदौर के लिए रवाना की गई. महज दो घंटे में 189 किलोमीटर का सफर तय कर यह किडनी सुरक्षित रूप से इंदौर पहुंची. बंसल अस्पताल से फंदा टोल नाका तक एंबुलेंस ने 35 किलोमीटर की दूरी 30 मिनट में तय की. जबकि इंदौर तक पहुंचने के लिए दो घंटे का समय लगा. इस काम में सीहोर, देवास और इंदौर जिला पुलिस के समन्वय और 80 यातायात पुलिस के सहयोग से यह किडनी इंदौर पहुंच सकी.



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