भोपाल: अब से तीन महीने पहले राजधानी भोपाल में मैनिट प्रबंधन के लिए परेशानी का सबब बने बाघ की दहाड़ अब नेशनल माधव पार्क में सुनाई देगी.इस बाघ को 15 जनवरी को नेशनल माधव पार्क में शिफ्ट कर दिया जाएगा.इस बाघ ने कुछ महीने पहले भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में आंतक फैला दिया था. इस बाघ को माधवगढ़ पार्क में छोड़ने से पहले कुछ दिनों तक एक इनक्लोजर में रखा जाएगा. उसके बाद उसे जंगल में आजाद कर दिया जाएगा.


आपको बता दें कि राजधानी भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कैंपस से तीन महीने पहले वन विभाग ने रेसक्यू कर एक बाघ को पकड़ा था. इस बाघ को सतपुड़ा नेशनल पार्क के इनक्लोजर में रखा गया था.यह बाघ अब नेशनल माधव पार्क में छोड़ा जाएगा.इस बाघ को छोड़ने के लिए तारीख 15 जनवरी निर्धारित की गई है.


दस दिन रहेगा इनक्लोजर में
माधव नेशनल पार्क प्रबंधन राजधानी भोपाल के मैनिट में पकड़े गए बाघ को माधव नेशनल पार्क में बने तीन हेक्टेयर के एक इनक्लोजर में रखा जाएगा.दस दिन तक इनक्लोजर में रखने के बाद इस बाघ को खुले जंगल में छोड़ा जाएगा.बाघ की मॉनीटरिंग आईटी कॉलर से की जाएगी.इस बाघ के व्यवहार और स्वास्थ्य पर माधव नेशनल पार्क का जमीनी प्रबंधन मॉनीटरिंग करेगा.बता दें कि माधव नेशनल पार्क में बाघों को बसाने के लिए पिछले एक साल से तैयारियां की जा रही हैं.इस बाघ के लिए माधव नेशनल पार्क में सांभर,चीतल सहित अन्य शाकाहारी वन्य प्राणियों को भी बसाया जाएगा. 


पहले जानी थी बाघिन
जानकारी के अनुसार माधव नेशनल पार्क के लिए पहले कालियासोत के जंगल से बाघिन को भेजा जा रहा था,लेकिन इस बाघिन ने हाल ही में दो शावकों को जन्म दिया है. फिलहाल इस बाघिन को बेहोशी की दवा देना जोखिम भरा साबित हो सकता था. इसलिए विभाग ने अब द्वारा अब मैनिट में पकड़े गए बाघ को माधव नेशनल पार्क भेजने का निर्णय लिया है.


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