Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Shivraj Singh Chauhan) चौहान ने शुक्रवार को भिंड (Bhind) और सीधी (Seedhi) जिले की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कुपोषण का मुद्दा उठाया और कहा कि हमारे बच्चे कुपोषित क्यों रहें. यह केवल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की ड्यूटी नहीं है कि वो बच्चों को कुपोषण मुक्त कर दें. इसको लेकर समाज में जागरूकता आनी चाहिए.
खिलौने लेने के लिए भोपाल में हाथ ठेला लेकर निकलूंगा
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कुपोषण को लेकर कहा कि हमारे बच्चे कुपोषित क्यों रहें. यह केवल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की ड्यूटी नहीं है कि बच्चों को कुपोषण से मुक्त कर दें. समाज में अवेयरनेस आना चाहिए. उन्होंने क्षेत्र में किसानों से आह्वान किया कि आंगनवाड़ी के लिए कुछ गेहूं दे दो. कई जगह लोगों ने आंगनवाड़ी भर दी तो किसी ने 50 किलो, किसी ने 25 किलो अनाज दिया. इसको लेकर कोई कमी ही नहीं रही इतना पोषण आहार आ गया. उन्होंने आगे कहा कि जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मैं स्वयं आंगनवाड़ी के बच्चों के लिए जनसामान्य से खिलौने लेने के लिए भोपाल में हाथ ठेला लेकर निकलूंगा.
'अवेयरनेस क्रिएट करके लोगों को जोड़ने का प्रयास'
चौहान ने आगे कहा कि सरकार और पोषण आहार एक पक्ष है, लेकिन जनभागीदारी जुटाना और लोगों के मन में यह तड़प पैदा करना कि हमारे बच्चे कुपोषित नहीं रहेंगे, यह दूसरा पक्ष है. आंगनवाड़ी में कईं चीजों की जरूरत है. कई जगह खिलौनों की जरूरत है. मैंने तय किया है कि मैं आज तारीख तय कर रहा हूं, मैं खुद भोपाल में हाथ ठेला लेकर निकलूंगा. बोलूंगा बच्चों के लिए खिलौने दो. यह अवेयरनेस क्रिएट करके लोगों को जोड़ने का प्रयास है.
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