Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश स्थित इंदौर (Indore News) में रिटायर्ड बैंक कर्मी के साथ शेयर बाजार में मुनाफे के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला आरोपी देवास (Dewas News) की एक दरगाह में छुप कर बैठा था. रिटायर्ड बैंक कर्मी ने इस बाबत अस्पताल से पुलिस कमिश्नर को शिकायत की तो पुलिस ने कुछ घंटों में ही आरोपी को तलाशा और दरगाह से गिरफ्तार किया. दरअसल पुलिस आयुक्त हरिनारायण चारी मिश्र से रिटायर्ड बैंक कर्मी हरिशंकर धवन ने जॉइंट रिसर्च एडवाइजरी कंपनी के मालिक तबरेज खान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. हरिशंकर धवन ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत की.


हरिशंकर धवन 5 सालों से मामला दर्ज करवाने की कोशिश कर रहे थे. रविवार को उन्होंने इंदौर के कमिश्नर से अस्पताल से ही फोन पर बात की तो पुलिस ने ना केवल अस्पताल पहुंचकर प्राथमिकी दर्ज की बल्कि तबरेज की लोकेशन पता लगाई जैसे पता चला कि तबरेज, देवास की एक दरगाह में है तुरंत उसे वहां से हिरासत में ले लिया गया.


रिटायर्ड बैंक कर्मी ने की यह शिकायत
रिटायर्ड बैंक कर्मी ने पुलिस से शिकायत की थी कि उनके साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी हो गई है. आरोप लगाया कि हरिशंकर धवन की जमा पूंजी शातिर फर्जी एडवाइजर लेकर कर फरार हो गया. उन्होंने बताया था कि फरियादी पुलिस थाने के चक्कर काट काट कर थक चुका था.  


इंदौर के डीसीपी संपत उपाध्याय और थाना प्रभारी विजय नगर तहजीब काजी ने जब वीडियो कॉलिंग पर फरियादी से बात की तो हरिशंकर धवन ने कहा 'साहब कल मेरी बाईपास सर्जरी है... पता नहीं जिंदा रहूं या नहीं रहूं इसलिए सोचा कि आखरी कॉल करके आपसे एफआईआर दर्ज करने का निवेदन कर लूं.'


एडवाइजरी कंपनी से 18 लाख की धोखाधड़ी का शिकार हुए रिटायर्ड बैंक कर्मी हरिशंकर धवन वीडियो कॉलिंग के जरिए अपनी दिक्कत बताई जिसके बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए आरोपी तबरेज खान का रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया. थाना प्रभारी तहजीब काजी ने रिकॉर्ड देखकर एफआईआर की और मात्र दो ही घंटों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.


पुलिस ने दी यह जानकारी
थाना प्रभारी तहजीब काजी के अनुसार रिटायर्ड बैंक कर्मी हरिशंकर धवन ने अपने जीवन भर की पूंजी शेयर मार्केट में लगा दी थी. जिसके बाद जॉइंट रिसर्च एडवाइजरी कंपनी का मालिक तबरेज खान पीड़ित के डिमैट अकाउंट का पासवर्ड लेकर खुद ही ऑपरेट करने लगा था. भरोसा जीतने के बाद वह धवन के 18 लाख रुपए लेकर फरार हो गया था. इसी धोखाधड़ी के सिलसिले में एफआईआर दर्ज कराने के लिए हरिशंकर धवन बीते कई सालों से परेशान थे.


पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उससे अब अन्य पूछताछ की जा रही है. वही शहर के निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती फरियादी हरिशंकर धवन से थाना प्रभारी और डीसीपी संपत उपाध्याय ने जवान को भेजकर वीडियो कॉलिंग पर बात भी की है.


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