Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश सरकार का एक हेलीकॉप्टर सालों से अनुपयोगी साबित हो रहा है. ऐसे में सरकार इस हेलीकॉप्टर को बेचना चाह रही है, लेकिन अब तक इसका खरीदार नहीं मिला है. सरकार ने इस हेलीकॉप्टर को बेचने के लिए सात बार टेंडर जारी किए, लेकिन कोई खरीदार सामने नहीं आया. अब बताया जा रहा है कि एक बार फिर से हेलीकॉप्टर को बेचने के लिए टेंडर जारी करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार के पास एक बेल-430 हेलीकॉप्टर है जो कई सालों अनुपयोगी साबित हो रहा है. सरकार इस हेलीकॉप्टर को बेचने के लिए लंबे समय से प्रयासरत है.
सरकार ने इस हेलीकॉप्टर को बेचने के लए सात बार विमनन कंपनियों के ऑफर बुलाए, लेकिन अब तक खरीदार नहीं मिल सका. इसके खरीदार नहीं मिलने के पीछे जो वजह सामने आ रही है उसके मुताबिक बेल-430 हेलीकॉप्टर आउटडेटेट हो चुका है. कंपनी ने इसका निर्माण भी बंद कर दिया है. इसी वजह से इस हेलीकॉप्टर को खरीदने के लिए खरीदार नहीं मिल रहे हैं. यह हेलीकॉप्टर दिग्विजय सिंह सरकार के समय खास था. दिग्विजय सिंह इसी हेलीकॉप्टर की सवारी करते थे.
2.24 करोड़ रुपये निर्धारित है कीमत
सरकार ने बेल-430 हेलीकॉप्टर की कीमत दो करोड़ 24 लाख रुपये निर्धारित की है. कंपनी द्वारा अब तक सात बार कंपनियों से ऑफर बुलाए जा चुके हैं. इस हेलीकॉप्टर को खरीदने के लिए भोपाल व मुंबई की दो कंपनियों ने रुचि भी दिखाई थी इन कंपनियों द्वारा ऑफर दिए गए, लेकिन बाद वे इस हेलीकॉप्टर को लेने नहीं आईं. नतीजतन सरकार को अब आठवीं बार इस हेलीकॉप्टर को बेचने के लिए टेंडर जारी करने पड़ रहे हैं.
हेलीकॉप्टर से भी दुखी शिवराज
बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार के पास जो हेलीकॉप्टर है वह रात में उड़ान नहीं भर सकता है. इसकी वजह से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को रात का सफर अपनी कार से ही करना पड़ता है. बीते दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीहोर जिला मुख्यालय पर अपनी पीड़ा जाहिर कर चुके हैं. सीएम शिवराज सीहोर जिला मुख्यालय से जाते-जाते बीजेपी नेताओं से कहते नजर आए कि देर की तो यह उड़ेगा नहीं अब जाना होगा.