इंदौर: जिले में कोरोना के खिलाफ जंग में अब दूध विक्रेता भी आगे आ गए हैं. ये नजर रखेंगे कि किस-किसने अब तक वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाया है या नहीं. दरअसल, इंदौर में जिला प्रशासन और डीएम मनीष सिंह चाहते है दिसंबर माह के पहले वैक्सीन के दूसरे डोज का लक्ष्य पूरा कर लिया ताकि इंदौर कोरोना को लेकर बहुत हद सेफ जोन में पहुंच जाए. इसके लिए बाकायदा जिला प्रशासन ने शहर के अलग अलग संगठनो और सामाजिक प्रतिनिधियों से बैठक कर चर्चा की है. जिसके बाद कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए है. 


अभी लक्ष्य से दूर है इंदौर              
कोरोना से बचाव के कोविड- 19 की वैक्सीन की दोनो डोज बेहद जरूरी है. वैक्सीन की दूसरी डोज के मामले इंदौर अभी भी लक्ष्य से करीब आठ लाख दूर है. ऐसे में इंदौर के दुग्ध विक्रेता संघ ने अहम भूमिका निभाते हुए पहल की है कि जिसके चलते उन्होंने चार स्टेप में लोगों को प्रेरित करने की योजना तैयार की है. अगर फिर भी लोग दूसरी डोज नहीं लगवाते हैं ऐसे लोगों को दूध मिलना बंद हो जाएगा. 


चार स्टेप में होगा काम            
इंदौर दुग्ध विक्रेता संघ के अध्यक्ष भारत मथुरावाला लॉकडाउन के पहले ही दिन से दूध विक्रेता घर- घर जाकर दूध बांट रहे हैं और शहर में करीब 19 हजार दूध विक्रेता दिन में दो बार लोगो के घर जाकर दूध की सप्लाई करते है. दूध विक्रेता हर घर के सदस्य को समजाइश करके उन्हें वैक्सीन के दूसरे डोज को लगवाने की अपील करेंगे. पहली स्टेप में दूध विक्रेता लोगों के घर स्टिकर लगाएंगे जिस पर लिखा होगा कि पति और संतान को बचाना है तो वैक्सीन का सेकंड डोज जरूर लगाना है. वहीं स्लोगन के साथ ये भी लिखा होगा कि 30 नवंबर तक वैक्सीन लगवाई तो हम क्षमाप्रार्थी रहकर दूध वितरण करने में असमर्थ रहेंगे.


संघ प्रशासन को सौंपेगा लिस्ट
इसके साथ विक्रेता परिवार की महिलाओं से निवेदन करेंगे और सेकंड डोज के लिए प्रेरित करेंगे. इसके बाद भी अगर कोई नहीं मानता है तो इंदौर दुग्ध विक्रेता संघ के सदस्य ऐसे घरो पर जाकर लोगों को समझाएंगे. बावजूद इसके कोई नहीं मानता है तो अंत दुग्ध विक्रेता संघ ऐसे घरो की सूची प्रशासन को सौंपेगा ताकि वैक्सीनेशन का काम पूरा हो सके. इंदौर दुग्ध संघ ने अंत मे ये लोगो को चेताया भी है अगर 30 नवंबर तक दूसरी डोज नही लगवाई गई तो उनके घर दूध देना बंद कर दिया जाएगा. 
       
वैक्सीनेशन के बिना एंट्री नहीं       
हालांकि, वैक्सीन के दूसरे डोज को लेकर प्रशासन के साथ ही अन्य संगठन भी प्रतिबद्ध है और ये ही वजह है कि किराना दुकान पर सामान, फैक्ट्री में वर्कर्स का प्रवेश निषेध, होटल और रेस्टोरेंट में लोगो को प्रवेश नहीं मिलेगा. वही उचित मूल्य की दुकानों से बगैर सर्टिफिकेट के राशन नहीं दिया जाएगा. ऐसे में माना जा रहा है कि जिस तरह से वक्त रहते वैक्सीन की पहली डोज का लक्ष्य हासिल करने में इंदौर नम्बर एक रहा है. वहीं दूसरी डोज के लक्ष्य को भी तय समय मे पूरा कर इंदौर जिला देश मे नबंर एक पर काबिज होगा.


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