Madhya Pradesh News: देश के सबसे साफ स्वच्छ शहर इंदौर में 8, 9, 10 जनवरी को 17वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. प्रवासी सम्मेलन कोविड महामारी के चलते चार साल बाद होने जा रहा है जिससे इसका महत्व बढ़ गया है. इससे पहले 16वां प्रवासी भारतीय सम्मेलन नई दिल्ली में वर्ष 2021 में वर्चुअल मोड में हुआ था. इसके बाद अब इंदौर शहर में होने जा रहा है. दरअसल, 8 से 10 में होने वाले पीबीडी सम्मेलन के तीन दिवसीय कार्यक्रम में युवा प्रवासी भारतीय दिवस, उद्घाटन दिवस और समापन दिवस के साथ-साथ विषय-आधारित महत्वपूर्ण सत्र शामिल किए गए हैं. सम्मेलन के पहले दिन 8 जनवरी को युवा प्रवासियों से जुड़ने के लिए युवा प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाएगा.
इसका आयोजन विदेश मंत्रालय और युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा किया जाएगा. इसके बाद इसी दिन मध्य प्रदेश द्वारा अर्थ-व्यवस्था, संस्कृति, पर्यटन, प्रौद्योगिकी सेक्टर्स में दिए जा रहे विशेष अवसरों का भी प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं दूसरे दिन 9 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन करेंगे. इसके बाद “आजादी का अमृत महोत्सव भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में डायस्पोरा का योगदान” विषय पर एक डिजिटल प्रदर्शनी का भी उद्घाटन करेंगे. इसी के साथ एक स्मारक डाक टिकट “सुरक्षित जाएं, प्रशिक्षित जाएं” जारी करेंगे. तीसरे दिन 10 जनवरी को प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान करने के साथ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु के भाषण के साथ सम्मेलन का समापन होगा.
ये होगा कार्यक्रम
वहीं प्रवासी भारतीयों के पैनलिस्टों की भागीदारी के साथ सम्मेलन के दौरान कई महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित सत्र तय किए गए हैं. जिसकी मंत्री स्तर द्वारा अध्यक्षता की जाएगी. पहले दिन के पहले सत्र में 8 जनवरी को नवाचारों और नई प्रौद्योगिकी में प्रवासी युवाओं की भूमिका और दूसरे सत्र में 9 जनवरी को अमृत काल में भारत के हेल्थकेयर इकोसिस्टम को बढ़ावा देने में प्रवासी भारतीयों की भूमिका विजन @2047, तीसरे सत्र में 9 जनवरी को भारत की सॉफ्ट पावर का लाभ उठाना शिल्प, व्यंजन और रचनात्मकता के माध्यम से सद्भावना, चौथे सत्र में 10 जनवरी को भारतीय कार्यबल की वैश्विक गतिशीलता को सक्षम करना भारतीय डायस्पोरा की भूमिका और पांचवें सत्र में 10 जनवरी को राष्ट्र निर्माण के लिए एक समावेशी दृष्टिकोण की दिशा में प्रवासी महिला उद्यमियों की क्षमता का दोहन विषय पर विस्तृत चर्चा होगी.
ये होंगे मुख्य अतिथि
वहीं 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन मे मुख्य अतिथि को-ऑपरेटिव गणराज्य गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली और सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी विशिष्ट अतिथि होंगे. वहीं ऑस्ट्रेलिया की संसद सदस्य जनेटा मैस्करेनहास 8 जनवरी को यूथ प्रवासी सम्मेलन में सम्मानित अतिथि होंगी. गौरतलब है कि 17वें पीबीडी सम्मेलन को अब तक प्रवासियों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है. अब तक करीब 70 देशों से 3500 से अधिक व्यक्तियों द्वारा पंजीकरण कराया जा चुका है. इस कार्यक्रम में यूएई, मॉरीशस, कतर, ओमान, यूएसए, यूके, बहरीन, कुवैत और मलेशिया सहित कई देशों के बड़े प्रवासी प्रतिनिधि-मंडल भाग लेंगे. मॉरीशस, मलेशिया और पनामा सहित कुछ देशों से मंत्रि-स्तरीय प्रतिनिधि-मंडल सहभागिता करेंगे.
क्यों है इतना महत्व
बता दें कि इस बार के पीबीडी का इसलिए विशेष महत्व है क्योंकि वर्ष 2023 भारतीय स्वतंत्रता के पूर्ण हुए 75 वर्ष और भारत के लोगों, संस्कृति और उपलब्धि के गौरवशाली इतिहास को चिह्नित करता है. वहीं इस आयोजन का विषय इस तरह से है कि “प्रवासी अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार” इसमें अगले 25 वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण और नए भारत के इस दृष्टिकोण को प्राप्त करने में प्रवासी भारतीयों द्वारा निभाई जाने वाली भागीदारी की भूमिका शामिल है.
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